सीबीएसई की 10वीं, 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं शुरू, 42 लाख से अधिक छात्र देंगे परीक्षा

सीबीएसई की 10वीं, 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं शुरू, 42 लाख से अधिक छात्र देंगे परीक्षा

नयी दिल्ली, 15 फरवरी (भाषा) केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की 10वीं और 12वीं कक्षाओं की बोर्ड परीक्षाएं शनिवार को शुरू हो गईं तथा देश-विदेश में 7,800 से अधिक केंद्रों पर 42 लाख से अधिक छात्र इसमें शामिल होंगे।

इस बीच, छात्रों ने परीक्षा को लेकर मिली-जुली प्रतिक्रिया दी।

बोर्ड अधिकारियों के अनुसार, 10वीं कक्षा के कुल 24.12 लाख छात्र 84 विषयों की परीक्षा देंगे, जबकि 17.88 लाख से अधिक छात्र 120 विषयों में 12वीं कक्षा की परीक्षा देंगे।

परीक्षाएं भारत में 7,842 केंद्रों और विदेशों में 26 केंद्रों पर हो रही हैं।

ये परीक्षाएं भारत में 7,842 केंद्रों और विदेश में 26 केंद्रों पर आयोजित की जाएंगी।

परीक्षा के पहले दिन दसवीं कक्षा के विद्यार्थियों ने अंग्रेजी (संचार) और अंग्रेजी (भाषा एवं साहित्य) की परीक्षा दी, जबकि 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों ने उद्यमिता की परीक्षा दी।

सीबीएसई परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज ने कहा, "कक्षा 10 और 12 की सीबीएसई बोर्ड परीक्षाएं शुरू हो गई हैं। आज कक्षा 10 की अंग्रेजी और कक्षा 12 की उद्यमिता की परीक्षा आयोजित की गई। दसवीं कक्षा की परीक्षा 7,780 केंद्रों पर हुई, जिसमें 23.86 लाख से अधिक छात्र उपस्थित हुए, जबकि 12वीं की परीक्षा 995 केंद्रों पर आयोजित की गई, जिसमें लगभग 23,000 छात्र शामिल हुए।"

उन्होंने कहा, "परीक्षाएं सुचारू रूप से आयोजित की गईं। सभी छात्र उत्साह के साथ अपने परीक्षा केंद्रों पर पहुंचे और सकारात्मक माहौल में परीक्षा दी।"

भारद्वाज ने कहा कि सीबीएसई ने यह सुनिश्चित किया है कि परीक्षा प्रक्रिया की शुचिता बनाए रखने के लिए सभी आवश्यक दिशा-निर्देश और सुरक्षा उपाय लागू हों।

उन्होंने कहा, "निष्पक्ष और निर्बाध परीक्षा के लिए स्कूलों और परीक्षा केंद्रों को सख्त प्रोटोकॉल के बारे में जानकारी दी गई है। सीबीएसई ने शुक्रवार को दिल्ली-एनसीआर के स्कूलों के प्रिंसिपल की मौजूदगी में एक लाइव वेबकास्ट का आयोजन किया था, जिसमें स्कूलों और हितधारकों के लिए आवश्यक परीक्षा दिशानिर्देशों को रेखांकित किया गया।"

कक्षा 10 की परीक्षाएं 18 मार्च जबकि कक्षा 12 की परीक्षाएं चार अप्रैल को समाप्त होंगी।

सीबीएसई ने बोर्ड परीक्षाओं से पहले परीक्षा संबंधी तनाव को कम करने और छात्रों को उनकी सैद्धांतिक परीक्षाओं की तैयारी में सहायता करने के लिए अपनी वार्षिक परामर्श सेवा शुरू की।

सीबीएसई ने बोर्ड परीक्षाओं से पहले अपनी वार्षिक ‘काउंसलिंग’ सेवा भी शुरू की है, ताकि छात्रों में परीक्षा से संबंधित तनाव को कम किया जा सके।

भारद्वाज ने कहा, ‘‘सीबीएसई से संबद्ध विद्यालयों के 66 प्रशिक्षित पेशेवर प्रधानाध्यापकों, काउंसलर, विशेष शिक्षकों और मनोवैज्ञानिकों की एक टीम छात्रों को स्वैच्छिक सहायता प्रदान करेगी। ये सेवाएं सोमवार से शनिवार तक सुबह साढ़े नौ बजे से शाम साढ़े पांच बजे के बीच उपलब्ध हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘51 परामर्शदाता भारत में हैं, जबकि 15 परामर्शदाता नेपाल, जापान, कतर, ओमान और संयुक्त अरब अमीरात से छात्रों का मार्गदर्शन करने के लिए जुड़ेंगे।’’

इस बीच, छात्रों ने परीक्षा को लेकर मिली-जुली प्रतिक्रिया दी।

डीपीएस वसंत कुंज के छात्र राघव गोयल ने कहा, "हमने तैयारी के लिए सैंपल पेपर हल किए और एनसीईआरटी की पाठ्य सामग्री का अध्ययन किया।

गोयल ने कहा, “शुरुआत में, मैं घबराया हुआ था, लेकिन परीक्षा अच्छी रही, हालांकि यह काफी लंबी थी।"

कुछ छात्रों ने परीक्षा प्रारूप को लेकर कुछ चिंताएं जताईं।

सदर पटेल नगर के सर्वोदय सीनियर सेकेंडरी स्कूल के 10वीं के एक छात्र ने कहा, "मेरी परीक्षा अच्छी रही, लेकिन मुझे शब्द सीमा को लेकर कुछ संदेह है। पूछे गए प्रश्नों के लिए मैंने जो लिखा, वह पर्याप्त लगा, लेकिन मैं आवश्यक शब्द संख्या को पूरा नहीं कर सका।"

छात्र ने यह भी कहा, "एक प्रश्न पाठ्यक्रम से बाहर का था, लेकिन चूंकि हमारे पास विकल्प था, इसलिए कोई परेशानी नहीं हुई।"

एक अन्य छात्रा युति ने कहा, "मेरे हिसाब से पुराने सैंपल पेपर को हल करने का अभ्यास करने वालों के लिए यह आसान था। कुछ बदलाव किए गए थे, लेकिन कुल मिलाकर, यह 2024 के जैसा ही पेपर था।"

इसी तरह, आरके पुरम के केरल स्कूल की रक्षिता ने कहा, "मैं पहली बार बोर्ड परीक्षा दे रही हूं, लेकिन परीक्षा कठिन नहीं थी।”