यूपीएससी ने सिविल सेवा अभ्यर्थियों की शिकायतों के बाद ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया में बदलाव किया
नयी दिल्ली, 12 फरवरी (भाषा) संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा के लिए अपने ऑनलाइन आवेदन प्रणाली में कुछ बदलाव किए हैं, क्योंकि अभ्यर्थियों ने इसके माध्यम से आवेदन करते समय तकनीकी गड़बड़ियों की शिकायत की थी। एक आधिकारिक नोटिस में यह जानकारी दी गई है।
आयोग ने हाल में सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा 2025 के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 18 फरवरी तक बढ़ा दी थी।
यूपीएससी ने नोटिस में कहा कि ऑनलाइन आवेदन भरने के लिए एक बार के पंजीकरण में कुछ प्रविष्टियों को ‘‘संपादन योग्य’’ बना दिया गया है।
इसमें कहा गया है, ‘‘सिविल सेवा परीक्षा, 2025 के लिए ऑनलाइन आवेदन पत्र भरने में अभ्यर्थियों द्वारा उठाए गए सवालों/दिक्कतों को देखते हुए, आयोग ने ऑनलाइन आवेदन भरने के लिए एकमुश्त पंजीकरण (ओटीआर) में बदलाव करने का निर्णय लिया है।’’
आयोग ने नोटिस में कहा कि अभ्यर्थियों को ओटीआर में ‘‘नाम (दसवीं कक्षा के अनुसार)’’, ‘‘जन्म तिथि’’, ‘‘पिता का नाम’’, ‘‘माता का नाम’’, ‘‘मोबाइल नंबर’’ और ‘‘ईमेल आईडी’’ से संबंधित कॉलम में कोई भी बदलाव करने की अनुमति नहीं है।
इसमें कहा गया है कि यदि किसी अभ्यर्थी ने अपना पंजीकृत मोबाइल नंबर बदल लिया है लेकिन उसके पास पंजीकृत ईमेल आईडी है, तो वह मोबाइल नंबर में बदलाव के लिए आवेदन कर सकता है और इस मामले में, पंजीकृत ईमेल आईडी पर एक ओटीपी भेजा जाएगा।
यूपीएससी द्वारा प्रतिवर्ष तीन चरणों - प्रारंभिक, मुख्य और साक्षात्कार में सिविल सेवा परीक्षा आयोजित की जाती है, जिसके माध्यम से भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस), भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) और भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के अधिकारियों का चयन किया जाता है।
सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा 2025 और भारतीय वन सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा के लिए पंजीकरण की अंतिम तिथि भी हाल में 18 फरवरी, 2025 (शाम छह बजे तक) तक बढ़ा दी गई थी। इससे पहले, परीक्षाओं के लिए ऑनलाइन आवेदन करने की अंतिम तिथि 11 फरवरी थी।
आयोग के नोटिस के अनुसार, यदि किसी अभ्यर्थी का नाम बदल गया है और उसके मैट्रिक या उच्च शैक्षणिक प्रमाण पत्र में दिए गए नाम से कोई मेल नहीं खाता है, तो अभ्यर्थी को इस आशय का राजपत्र अधिसूचना प्रस्तुत करना आवश्यक है।
यूपीएससी ने कहा कि एकीकृत मास्टर डिग्री (स्नातक और स्नातकोत्तर) वाले अभ्यर्थी अपने स्नातक और उच्च योग्यता वाले कॉलम में समान पाठ्यक्रम भर सकते हैं।
नोटिस में कहा गया है, ‘‘अभ्यर्थियों को सलाह दी जाती है कि वे आवेदन पत्र को अंतिम रूप से जमा करने से पहले संबंधित कॉलम में अपनी प्रविष्टियों को अच्छी तरह से पढ़ लें। यह ध्यान देने योग्य बात है कि आवेदन पत्र जमा करने के बाद, आवेदन पत्र में प्रविष्टियों में यदि कोई बदलाव/सुधार है तो वह केवल एक सप्ताह की अवधि के दौरान ही किया जा सकता है...।’’
आवेदन विंडो बंद होने के अगले दिन से ‘‘सात दिन की समाप्ति तक’’ यानी 19 से 25 फरवरी तक आवेदकों के लिए सुधार के लिए विंडो खुली रहेगी।
सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा 25 मई को आयोजित की जाएगी।