तनाव होने पर माता-पिता से बात करें : दीपिका पादुकोण
नयी दिल्ली, 12 फरवरी (भाषा) सिने अभिनेत्री दीपिका पादुकोण ने बुधवार को प्रसारित प्रधानमंत्री के ‘परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम में स्कूली छात्रों से बातचीत करते हुये कहा कि अपने तनाव के कारणों की पहचान करें और उसे किसी ऐसे व्यक्ति के साथ साझा करें जिस पर वह भरोसा कर सकें।
अभिनेत्री ने 'परीक्षा पे चर्चा' के एक विशेष सत्र में मानसिक स्वास्थ्य, तनाव प्रबंधन और परीक्षा के दौरान शांत रहने के तरीके पर अपने विचार साझा किए। ‘परीक्षा पर चर्चा’ प्रधानमंत्री मोदी का वार्षिक कार्यक्रम है जिसमें वह बोर्ड परीक्षा में बैठने वाले छात्रों के साथ संवाद करते हैं।
इस बार पारंपरिक टाउन हॉल प्रारूप से हटकर प्रधानमंत्री ने छात्रों को दिल्ली के प्रसिद्ध सुंदर नर्सरी में आमंत्रित किया और बोर्ड परीक्षा से पहले उनसे अनौपचारिक माहौल में बातचीत की।
दीपिका ने कहा, "मुझे लगता है कि प्रतिस्पर्धा और तुलना जीवन का एक हिस्सा है। प्रतिस्पर्धा कोई बुरी चीज नहीं है लेकिन अपनी क्षमताओं और कमजोरियों को पहचानना, अपनी ताकत पर ध्यान केंद्रित करना और कमजोरियों को दूर करने के लिये इस पर काम करना ही इसका सबसे अच्छा तरीका है।"
अभिनेत्री ने इस दौरान ने अपने अवसाद से संघर्ष की कहानी भी साझा की और छात्रों को खुश रहने की सलाह दी।
उन्होंने कहा, "तनाव से निपटने के लिए परीक्षा की पूर्व संध्या पर अपने माता-पिता से बात करें। अपने तनाव के कारणों की पहचान करें और इसे किसी ऐसे व्यक्ति के साथ साझा करें जिस पर आप विश्वास कर सकते हैं ।’’
दीपिका ने वर्ष 2015 में अपने अवसाद के बारे में खुलासा किया था। उन्होंने कहा कि भारत में मानसिक स्वास्थ्य पर चर्चा को पहले प्रोत्साहित नहीं किया जाता था।
एक छात्र ने मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखने के लिए सुझाव मांगे, जिस पर दीपिका ने तीन महत्वपूर्ण बातों पर जोर दिया।
उन्होंने कहा, "नींद बहुत जरूरी है। यह एक मुफ्त में मिलने वाली सुपरपावर है। आपको पर्याप्त धूप और ताजी हवा में समय बिताना चाहिए और सबसे जरूरी है कि जरूरत पड़ने पर मदद लेने में संकोच न करें।"
उन्होंने धैर्य बनाए रखने की भी सलाह दी और कहा कि व्यक्ति केवल वही कर सकता है जो उसके नियंत्रण में होता है।
उन्होंने कहा कि छोटा सा ब्रेक लें और दिमाग को आराम दें तथा फिर से पढ़ाई पर ध्यान दें। उन्होंने कहा कि परीक्षा, परिणाम या तैयारी से जुड़ी किसी भी चिंता के लिए धैर्य रखना जरूरी है... अच्छी नींद लें, पानी पीते रहें, व्यायाम करें और ध्यान लगाएं।