सूरत : पटेल परिवार ने मां के निधन के बाद किया नेत्रदान व देहदान
रेड क्रॉस चौरासी ब्रांच, लायंस क्लब और रोटरी क्लब ऑफ सूरत ईस्ट की निरंतर देहदान, नेत्रदान एवं अंगदान जागरूकता अभियान फलीभूत
सूरती पटेल परिवार ने रेड क्रॉस चौरासी ब्रांच, लायंस क्लब और रोटरी क्लब ऑफ सूरत ईस्ट की निरंतर देहदान, नेत्रदान और अंगदान जागरूकता अभियान में शामिल होकर दो देहदान और नेत्रदान किए।
सूरती पटेल परिवार में (1) स्व. दिवालीबेन शंकरलाल पटेल (उम्र 92) के निधन पर तथा (2) मणिभाई रेवंदस पटेल (काका) के 2004 में देहांत होने पर भी उनके पार्थिव शरीर का दान डॉक्टर प्रफुल्लभाई शिरोया के सहयोग से सूरत मेडिकल कॉलेज में किया गया था। वर्तमान में 4, पुरुषार्थ सोसाइटी, जीवनधारा होटल के पास, वराछा रोड, सूरत में रहने वाले उनके पुत्र नरेंद्रभाई, वसंतकुमार और कनुभाई ने अहले सुबह 3 बजे डॉक्टर प्रफुल्लभाई शिरोया से संपर्क कर अपनी माता के दुःखद निधन की सूचना दी और नेत्रदान व देहदान की इच्छा व्यक्त की।
नेत्रदान लोक दृष्टि चक्षु बैंक और कॉर्नियल अंधत्व मुक्त अभियान से जुड़े दिनेशभाई पटेल द्वारा स्वीकार किया गया। देहदान डॉक्टर शिरोया के माध्यम से पीपी सवाणी ग्रुप ऑफ यूनिवर्सिटी के डॉक्टर गौरांग लाइन्सवाला (प्रिंसिपल एवं मेडिकल सुप्रिटेंडेंट, पीपी सवाणी आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज और अस्पताल, पूर्व अध्यक्ष लायंस क्लब ऑफ सूरत नॉर्थ) द्वारा स्वीकार किया गया। साथ ही डॉ. नंदलाल शाह (इंचार्ज, पीपी सवाणी आयुर्वेदिक अस्पताल) ने गीता के मोक्ष पाठ का वाचन कर मृत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। डॉ. जे बी पटोलिया, किशोरभाई मंगरोलिया अवाम सोसाइटी के निवासी और समाज के अग्रणी लोगों ने दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि अर्पित की। श्रद्धांजलि अर्पित करने वालों में उनके पुत्रों के अलावा पुत्रियाँ ऊषाबेन,दक्षाबेन, अनिताबेन तथा पोते जयकुमार, विजयकुमार, यशकुमार और राजकुमार भी शामिल थे।