भारत, फ्रांस ने पेरिस गोलमेज सम्मेलन में एआई तक लोकतांत्रिक पहुंच पर जोर दिया

भारत, फ्रांस ने पेरिस गोलमेज सम्मेलन में एआई तक लोकतांत्रिक पहुंच पर जोर दिया

नयी दिल्ली, 11 फरवरी (भाषा) भारत और फ्रांस ने तकनीकी-कानूनी ढांचे के महत्व को स्वीकार करते हुए कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) संसाधनों और क्षमता निर्माण तक लोकतांत्रिक पहुंच की आवश्यकता पर जोर दिया है।

वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से पेरिस में आयोजित एक गोलमेज सत्र को संबोधित करते हुए भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार अजय कुमार सूद ने कहा कि भारत और फ्रांस को विभिन्न नीतिगत स्थितियों और तकनीकी पहलों पर तालमेल बिठाने की जरूरत है, जिससे न केवल द्विपक्षीय स्तर पर लाभ हो, बल्कि पूरक ज्ञान और कौशल का लाभ उठाकर वैश्विक स्तर पर भी फायदा हो।

यह गोलमेज सम्मेलन सोमवार को पेरिस विश्वविद्यालय के साइंसेज पो परिसर में एआई एक्शन शिखर सम्मेलन के अवसर पर आयोजित किया गया था।

सूद ने कहा कि वैश्विक एआई नीति और शासन में भारत की प्राथमिकताओं में जिम्मेदार एआई विकास और तैनाती, समान लाभ साझाकरण, एआई शासन के लिए तकनीकी-कानूनी ढांचे को अपनाना, अंतर-संचालनीय डेटा प्रवाह और एआई सुरक्षा, अनुसंधान और नवाचार पर सहयोग शामिल हैं।

इस गोलमेज सम्मेलन की सह-अध्यक्षता विदेश मंत्रालय के साइबर कूटनीति प्रभाग के संयुक्त सचिव अमित ए. शुक्ला और फ्रांस के यूरोप और विदेश मंत्रालय में डिजिटल मामलों के राजदूत हेनरी वर्डियर ने की।