राजकोट : तालाला तालुका पंचायत उपचुनाव में इको-सेंसिटिव जोन बना बड़ा मुद्दा
भाजपा, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच त्रिकोणीय मुकाबला
चित्रावड गिर और बोरवाव गिर सीट के सदस्यों के निधन से खाली हुई सीटों के लिए 16 फरवरी को मतदान
तालाला तालुका पंचायतों की चित्रावड गिर और बोरवाव गिर सीटों के सदस्यों की मृत्यु के कारण रिक्त हुई दो सीटों के लिए हो रहे उपचुनाव में त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल रही है। तालाला क्षेत्र में किसानों और आम जनता के लिए आफत बने इको-सेंसिटिव जोन के काले कानून के खिलाफ पिछले तीन महीनों से बड़े पैमाने पर जन-आंदोलन चल रहा है। इस बीच, तालुका पंचायत की दो सीटों के लिए होने वाले उपचुनावों को लेकर तलाला क्षेत्र में राजनीतिक सरगर्मी चरम पर पहुंच गई है।
तालाला तालुका पंचायत की दो सीटों के लिए भाजपा के अलावा आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच मुकाबला होगा। राजनीतिक पंडित भविष्यवाणी कर रहे हैं कि तालाला पंचायत के लोगों और किसानों के अधिकारों को कुचलने के लिए लागू किया जा रहा इको-सेंसिटिव जोन का काला कानून इस चुनाव में एक बड़ा मुद्दा बनेगा। दोनों सीटों के लिए मतदान 16 फरवरी को होगा। इस बीच, यह उपचुनाव तालाला सहित पूरे गिर क्षेत्र के इको-ज़ोन के अंतर्गत आने वाले 196 गांवों के लिए महत्वपूर्ण हो गया है। इस चुनाव में दो तालुका पंचायत सीटों के लिए चुनाव हो रहे हैं, जिससे तालाला क्षेत्र में राजनीतिक गर्मी देखी जा रही है।