सूरत : नई सिविल अस्पताल गरीबों के लिए वरदान, नर्व रिलीज डिवाइस से उपचार

निजी अस्पतालों में जिस इलाज पर ढाई से तीन लाख रुपये खर्च होते थे, वह न्यू सिविल अस्पताल में मुफ्त हो गया

सूरत : नई सिविल अस्पताल गरीबों के लिए वरदान, नर्व रिलीज डिवाइस से उपचार

सूरत। महाराष्ट्र के जलगांव जिले के मोहाडी गांव के निवासी भरत सिंह राजपूत का हाथ एक दुर्घटना के बाद पूरी तरह काम करना बंद कर चुका था, लेकिन सूरत के नवी सिविल अस्पताल में बिना सर्जरी के नर्व रिलीज डिवाइस से उनका सफल इलाज किया गया।

भरत सिंह 15 दिसंबर को सड़क दुर्घटना में घायल हो गए थे। उनका हाथ लकवाग्रस्त हो गया था, जिससे वे कोई हरकत नहीं कर पा रहे थे। जलगांव के एक निजी अस्पताल में 15 दिनों तक इलाज चला, लेकिन कोई सुधार नहीं हुआ।

उनकी आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण वे महंगे इलाज का खर्च वहन नहीं कर सकते थे। तब मोहाडी गांव के सामाजिक नेता श्रीराम पाटिल और भाविनी पाटिल ने उन्हें सूरत के नवी सिविल अस्पताल में भर्ती कराने में मदद की। सूरत के डॉक्टरों ने बिना सर्जरी के किया इलाज।

ऑर्थोपैडिक विभाग के डॉक्टरों ने माइक्रोस्कोप की सहायता से नर्व रिलीज डिवाइस का उपयोग किया। सिर्फ दो दिन में भरत सिंह पूरी तरह ठीक हो गए और अब वे अपने दोनों हाथ चला सकते हैं। निजी अस्पतालों में इस इलाज पर ₹2.5 से 3 लाख तक खर्च होते, लेकिन नवी सिविल अस्पताल में यह इलाज पूरी तरह मुफ्त हुआ। सिविल अस्पताल गरीब मरीजों के लिए वरदान बना।

ऑर्थोपैडिक विभागाध्यक्ष डॉ. हरि मेनन ने बताया कि नवी सिविल में रोज़ाना 15 से 20 हड्डियों के ऑपरेशन होते हैं। सहयोगी प्रोफेसर डॉ. स्वप्निल नागले के अनुसार, तंत्रिका अवरोध के मामले 50,000 में से एक होते हैं, लेकिन सही इलाज से सर्जरी की जरूरत नहीं पड़ती। भरत सिंह अब कुछ दिनों तक फिजियोथेरेपी कराने के बाद दोबारा खेती का काम शुरू कर सकेंगे। 

महाराष्ट्र के सामाजिक नेता राम पाटिल और भाविनी पाटिल ने कहा कि नवी सिविल अस्पताल गरीबों के लिए वरदान बन गया है। यहां अब तक 50 से अधिक मरीजों के जटिल ऑपरेशन मुफ्त किए गए हैं।

भरत सिंह और उनके बेटे के रहने और खाने की व्यवस्था नर्सिंग एसोसिएशन के संजय परमार और बिपिन मैकवान ने की। भरत सिंह ने रेजिडेंट डॉक्टरों, नर्सिंग स्टाफ और सफाई कर्मियों का आभार व्यक्त किया।

इस घटना से साफ होता है कि सूरत का नवी सिविल अस्पताल गरीब मरीजों को उच्च गुणवत्ता का इलाज मुफ्त में प्रदान कर रहा है। सरकार और नागरिक प्रशासन की इस पहल से हजारों लोगों को जीवनदान मिल रहा है।

Tags: Surat