राजकोट : क्रिप्टो कॉइन के नाम पर कई लोगों से 5 करोड़ रुपये की ठगी
पुलिस कमिश्नर को आवेदन देने पर डिवीजन पुलिस को जांच का आदेश दिया गया
राजकोट के करणसिंहजी रोड स्थित सेन्टर प्वाइंट में ऑफिस रखने वाले मिलन धनजीभाई चावड़ा (निवासी-जयगीत सोसायटी-1, रेसकोर्स के पीछे) तथा उनके पार्टनर इरफान उमराखान पठान (निवासी- नरसिंह मेहता टाउनशिप) ने क्रिप्टो कॉइन के नाम पर कई निवेशकों से 5 करोड़ रुपये की ठगी का आरोप पुलिस आयुक्त के समक्ष एक याचिका दायर कर लगाया गया है। इसके आधार पर डीवीजन पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
रेलनगर के आस्था चौक निवासी विजय मनहरलाल वाछाणी ने अपने आवेदन में बताया कि वह लोन दिलाने का काम करता है। 2021 में ऋण कार्य के लिए मिलन के संपर्क में आया था। उस समय मिलन ने क्रिप्टो की योजना समझाया था, जिससे वह 2023 में उनके प्रोजेक्ट में शामिल हुआ था। इसके बाद उन्होंने अपने नजदीकी परिजनों, व्यापारियों और मित्रों के साथ ही बैंक के सहकर्मियों और अधिकारियों को भी शामिल कर 72 लाख रुपये का निवेश किया गया।
अन्य सभी निवेशकों को कुल रु. पांच करोड़ रुपये का निवेश किया गया था। 2021 से संचालित कंपनी एमआईई टेक्नोलॉजी एलएलपी के मालिक मिलन और उनके पार्टनर इरफान ने राजकोट में 50 महीने के लिए 6 प्रतिशत प्रति माह रिटर्न के वादे के साथ एमआईई (मेटा ब्लॉक इंटरचेन इवोल्यूशन) नामक एक क्रिप्टो सिक्का जारी करके धोखाधड़ी की है।
इसके लिए निवेशकों से वादा किया गया कि उनका पैसा तीन गुना हो जाएगा। इतना ही नहीं, उन्होंने हमें गोवा का दौरा भी कराया और 6 प्रतिशत रिटर्न योजना के बारे में भी समझाया था। इसके अलावा उन्होंने सभी को चार-पांच महीने का मुआवजा देकर भी विश्वास में ले लिया। इसके बाद केरल भ्रमण का भी प्रस्ताव दिया गया। फिर, पुरानी योजना को केवाडा नाम रखकर बंद कर दिया गया। फिर एक बार निवेश किये गये रुपये 6 गुना होने के वादे के साथ एम.आई.ई. से केवाडा के नाम से टोकन ट्रांसफर करने के नाम पर केवाडा क्रिप्टो टोकन रु. 4.10 में स्थानांतरित कर दिया गया। बाद में, उन्होंने निवेशकों को ठगने के लिए अन्य तरीके अपनाए।
जिसमें फैजान और अन्य मार्फत 1.15 करोड़, अन्य के मार्फत 72 लाख, जुबैर के स्वामित्व में 80 लाख रुपये, उवेश के स्वामित्व में 40 लाख, डॉ. परेशभाई के मार्फत रु. 10 लाख, नीरव का रु. 1 लाख रुपए, कल्पेश के स्वामित्व में 50 हजार डूब गया है।