बच्चों में बढ़ता मोटापा एक बड़ी चिंता, पीएम का फिट इंडिया मिशन बन सकता है इसका समाधान
भारत में करीब 1.44 करोड़ से ज्यादा बच्चे मोटापे की समस्या से जूझ रहे हैं - डॉ. आफरीन जा
देश का भविष्य का आधार आज के बच्चों के स्वास्थ्य और खुशहाली पर निर्भर है। यूं तो गणतंत्र दिवस समारोह के केंद्र में देश की एकता और विकास है, लेकिन यह दिन देश के स्वास्थ्य पर विचार करने का एक अवसर भी है। आज हमारा देश बच्चों में मोटापे की गंभीर समस्या से जूझ रहा है। हमें कारणों की गहराई तक जाने और तत्काल समाधान खोजने के लिए मिलकर अपने प्रयासों को आगे बढ़ाने की जरूरत है।
चौंकाने वाले आंकड़े: भारत में 1.44 करोड़ से ज्यादा बच्चे मोटापे का शिकार
पिछले दो दशकों में भारत के बच्चों में मोटापे का प्रमाण आश्चर्यजनक रूप से दोगुना हो गया है। यह समस्या सिर्फ वजन ही नहीं बढ़ाती बल्कि, बच्चों के स्वास्थ्य के ख़िलाफ़ बड़ा है जोखिम पैदा करती है। जैसे-जैसे बच्चे बड़े होते हैं मोटापा मधुमेह, उच्च रक्तचाप का कारण बनता है। हृदय रोग और यहां तक कि कुछ प्रकार के कैंसर का भी ख़तरा बढ़ता जाता है। यहीं नहीं बच्चों के मानस पर भी इसका गंभीर असर होता है। जिसमें आत्मविश्वास की कमी, अवसाद भी शामिल है और इसमें अकेलेपन की भावनाएं शामिल हैं। इस समस्या के लिए कई कारण जिम्मेदार हैं, जिनमें खान-पान की गलत आदतें, स्क्रीन पर ज्यादा समय बिताना, गतिहीन जीवनशैली और पोषण के बारे में समझ की कमी शामिल हैं।
फिट इंडिया - स्वस्थ भविष्य की ओर एक कदम
इस स्थिति को सुधारने के लिए एक सकारात्मक पहल की गई है- फिट इंडिया मूवमेंट। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वर्ष 2019 में शुरू किया गया यह अभियान लोगों और विशेषकर बच्चों को स्वस्थ जीवन शैली अपनाने के लिए प्रेरित करता है।
इस अभियान के तहत बच्चों में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए स्कूलों में फिटनेस कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। समूह गतिविधियों के माध्यम से एक फिटनेस मानसिकता विकसित की जाती है। अगर बचपन में सही आदतें अपनाई जाएं तो भविष्य में मोटापा कम करने के साथ-साथ स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को भी कम किया जा सकता है।
मोटापा नियंत्रित करना आसान है, बस यह करें
1. माता-पिता: घर और स्कूल में पौष्टिक और स्वस्थ भोजन उपलब्ध कराएं और बच्चों को भी ऐसा करने के लिए प्रोत्साहित करें
2. शारीरिक गतिविधि: रोजाना कम से कम एक घंटा खेल, साइकिल चलाना, नृत्य या तैराकी जैसी गतिविधियों में व्यस्त रहें।
3. स्क्रीन टाइम: मोबाइल, टीवी और वीडियो गेम पर समय कम करें और खेल बढ़ाएं
4. अच्छा भोजन: सब्जियों, फलों, बाजरा और प्रोटीन वाले खाद्य पदार्थों पर अधिक जोर दें। प्रसंस्कृत और उच्च चीनी वाले खाद्य पदार्थों से बचें।
5. सामुदायिक सहयोग: पार्क, खेल केंद्र और अन्य स्थान जहां गतिविधियां होती हैं उन्हें अधिक सक्रिय बनाएं। स्थानीय व्यवस्था, स्कूल और समाज का सहयोग लें।
भविष्य के प्रति प्रतिबद्धता
स्वस्थ भारत का अर्थ है सशक्त भारत। आइए गणतंत्र दिवस पर हम अपने बच्चों के लिए स्वस्थ भविष्य बनाने का संकल्प लें। आइए मोटापे को सिर्फ एक शारीरिक समस्या न मानकर इसे अपने देश के भविष्य और विकास से जोड़कर सोचें।
बच्चों के बीच फिटनेस को बढ़ावा देकर, हम स्वस्थ, अधिक आत्मविश्वासी और बेहतर प्रदर्शन करने वाले नागरिकों का निर्माण कर सकते हैं। ...तो आइए बच्चों, समाज और देश के लिए यानी स्वस्थ भारत के लिए मिलकर काम करें।