सूरत : IDT ने सूरत फोर्ट पर मनाया ऐतिहासिक दीक्षांत समारोह: परंपरा और आधुनिकता का संगम
सूरत फोर्ट पर पहली बार IDT ने रचा इतिहास, छात्रों का दीक्षांत समारोह आयोजित
सूरत : इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन एंड टेक्नोलॉजी (IDT) ने 25 जनवरी 2025 को ऐतिहासिक सूरत फोर्टमें अपना दीक्षांत समारोह आयोजित कर इतिहास रच दिया। यह भव्य कार्यक्रम, जो गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर आयोजित हुआ, "परंपरा और आधुनिकता का संगम" थीम पर आधारित था और भारतीय संस्कृति व आधुनिक शिक्षा के संगम का प्रतीक बना।
सूरत फोर्ट के इतिहास में यह पहली बार हुआ कि छात्रों का दीक्षांत समारोह आयोजित किया गया। इस आयोजन ने इसे न केवल ऐतिहासिक बल्कि यादगार बना दिया।
इस ऐतिहासिक आयोजन में कई गणमान्य व्यक्तियों ने अपनी उपस्थिति से गरिमा प्रदान की। इनमें शामिल थे:
प्रफुल्ल पंसेरिया, राज्य मंत्री, उच्च शिक्षा मंत्रालय, गुजरात। कैलाश जी हकीम, अध्यक्ष, FOSTA। इंजीनियर कमलेश वैष्णव, अध्यक्ष, ICEA गिरीश जी मित्तल, अध्यक्ष, सूरत सेवा हॉस्पिटल। अंकिता वलंद, श्री मनीष कपाड़िया उपस्थित रहे।
गणतंत्र दिवस के महत्व को रेखांकित करते हुए, छात्रों और शिक्षकों ने भारतीय संविधान की प्रस्तावना की शपथ ली। इसने सभी में गर्व और जिम्मेदारी की भावना को जागृत किया।
छात्रों ने हेरिटेज + मॉडर्न फ्यूज़न कॉन्सेप्ट प्रस्तुत किया, जिसमें पारंपरिक भारतीय परिधान और आधुनिक डिज़ाइन तत्वों का संगम देखने को मिला।
प्रफुल्ल पंसेरिया ने इस ऐतिहासिक अवसर पर IDT की प्रशंसा करते हुए कहा "यह आयोजन केवल एक दीक्षांत समारोह नहीं, बल्कि सूरत के लिए गर्व का क्षण है। ऐतिहासिक सूरत फोर्ट ने आज डिज़ाइन शिक्षा और नवाचार के भविष्य को साकार होते देखा है। IDT ऐसे डिज़ाइनर्स को तैयार कर रहा है, जो हमारी संस्कृति को सहेजते हुए आधुनिकता को अपनाएंगे।"
IDT के निदेशक अशोक गोयल ने अपनी भावनाएं व्यक्त करते हुए कहा "सूरत फोर्ट पर इस कार्यक्रम का आयोजन हमारे लिए गर्व की बात है। यह दर्शाता है कि IDT हर कदम पर परंपरा और आधुनिकता का संगम करता है। गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर छात्रों का संविधान की प्रस्तावना की शपथ लेना यह सुनिश्चित करता है कि हम जिम्मेदार, रचनात्मक और नैतिक नेतृत्व का निर्माण कर रहे हैं।"
आईडीटी कोन्वोकेशन न केवल IDT के लिए, बल्कि सूरत के सांस्कृतिक इतिहास के लिए भी एक मील का पत्थर साबित हुआ। शिक्षा को विरासत के साथ जोड़ते हुए, इस आयोजन ने डिज़ाइन और रचनात्मकता का उत्सव मनाया और राष्ट्र के मूल्यों का सम्मान किया।
कार्यक्रम के समापन पर छात्रों को उनके समर्पण के लिए बधाई दी गई और उन्हें नवाचार, परंपरा, और जिम्मेदारी के मूल्यों को अपने करियर में आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित किया गया।