सूरत : सरसाना में खाद्य एवं पेय पदार्थ, स्वास्थ्य एवं कल्याण तथा एसजीसीसीआई ग्लोबल विलेज एक्सपो का भव्य शुभारंभ
उद्घाटक सांसद धवल पटेल ने 14 देशों के प्रतिनिधियों को एक साथ लाने के लिए एसजीसीसीआई को बधाई दी
सूरत। दक्षिण गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री तथा दक्षिण गुजरात चैंबर ट्रेड एंड इंडस्ट्रीज डेवलपमेंट सेंटर द्वारा तीन दिवसीय 'खाद्य एवं पेय पदार्थ', 'स्वास्थ्य एवं कल्याण' तथा 'एसजीसीसीआई ग्लोबल विलेज' प्रदर्शनी 2025 का आयोजन सूरत अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शनी एवं सम्मेलन केंद्र, सरसाणा में प्रातः 10:00 बजे से शाम 7:00 बजे तक किया गया है। शनिवार को प्रदर्शनी का उद्घाटन वलसाड से सांसद धवलभाई पटेल भी उपस्थित में हुआ।
तीन दिवसीय प्रदर्शनी के पहले दिन शनिवार को 7650 लोगों ने प्रदर्शनी का दौरा किया।
चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष विजय मेवावाला ने उद्घाटन समारोह में सभी का स्वागत किया और कहा कि भारत का खाद्य प्रसंस्करण और पेय पदार्थ उद्योग तेजी से और विश्व स्तर पर विकसित हो रहा है। अगले कुछ वर्षों में इस उद्योग की वार्षिक वृद्धि दर 10 से 12 प्रतिशत रहने की उम्मीद है। भारत खाद्य उत्पादों के सबसे बड़े निर्यातकों में से एक है। मुंबई, दिल्ली, बेंगलुरु और हैदराबाद को खाद्य और पेय उद्योग के लिए प्रमुख केंद्र माना जाता है, लेकिन सूरत जैसा भोजन दुनिया में कहीं और नहीं मिल सकता है, जो 'सूरत का भोजन और काशी की मौत' कहावत को सार्थक करता है। इस प्रदर्शनी में लगभग 180 प्रदर्शकों ने भाग लिया है, जहां शहरवासियों को एक ही स्थान पर सैकड़ों स्वादिष्ट और स्वास्थ्यवर्धक व्यंजनों का स्वाद चखने का अवसर मिलेगा। इस प्रदर्शनी में खाद्य प्रसंस्करण मशीनरी, प्रौद्योगिकी और उपकरण भी प्रदर्शित किए जा रहे हैं।
चैंबर अध्यक्ष ने आगे कहा कि इस वर्ष पहली बार चैंबर ऑफ कॉमर्स ने वैश्विक आदान-प्रदान एवं व्यापार के लिए 'एसजीसीसीआई ग्लोबल विलेज' प्रदर्शनी का आयोजन किया है, जिसमें भारत के अलावा रूस, श्रीलंका और अफगानिस्तान के मंडप लगाए गए हैं। इस प्रदर्शनी के माध्यम से सूरत के उद्योगपति और व्यापारी विभिन्न देशों के अंतर्राष्ट्रीय बाजारों से जुड़ सकेंगे और व्यापार विकास के नए विकल्प तलाश सकेंगे। इस प्रदर्शनी को देखने के लिए अमेरिका, भूटान, सेशेल्स, ईरान, रूस, श्रीलंका, अफगानिस्तान, सऊदी अरब, मलावी, थाईलैंड, ऑस्ट्रेलिया और तंजानिया जैसे देशों से आगंतुक आएंगे। इसमें 14 देशों के 100 से अधिक व्यापार प्रतिनिधि भाग लेंगे। इस प्रदर्शनी के दौरान एक दर्जन से अधिक समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए जाएंगे, जिनमें प्वाइंट-टू-प्वाइंट, चैम्बर-टू-चैम्बर और चैम्बर-टू-प्वाइंट शामिल हैं।
लोकसभा के दंडक एवं वलसाड सांसद धवलभाई पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्रभाई मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब उन्होंने वाइब्रेंट गुजरात के माध्यम से विभिन्न देशों के प्रतिनिधियों, उद्योगपतियों एवं निवेशकों को गुजरात में लाया था। आज चैम्बर ऑफ कॉमर्स द्वारा सूरत की धरती पर ऐसे आयोजनों के लिए कई देशों से व्यापारिक प्रतिनिधिमंडल एकत्रित हुए हैं। प्रधानमंत्री ने सहयोग और सहभागिता के माध्यम से सभी क्षेत्रों में विभिन्न देशों के साथ काम किया। वर्तमान में भारत विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है। वर्ष 2047 में जब भारत अपनी स्वतंत्रता के 100 वर्ष पूरे करेगा, तब भारत विश्वगुरु और पूरी दुनिया में सबसे बड़ी आर्थिक महाशक्ति बन जाएगा।
चैंबर के सभी प्रदर्शनियों के अध्यक्ष बिजल जरीवाला ने खाद्य एवं पेय पदार्थ प्रदर्शनी के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रदर्शनी के तीन दिनों के दौरान हर घंटे लकी ड्रा का आयोजन किया जाएगा, जिसमें विजेताओं को उपहार स्वरूप खाद्य उत्पाद किट दिए जाएंगे।
चैंबर ऑफ कॉमर्स के उपाध्यक्ष निखिल मद्रासी ने प्रदर्शनियों में आए 14 देशों के प्रतिनिधियों और व्यापारिक प्रतिनिधिमंडलों का स्वागत किया तथा उद्घाटन समारोह में उपस्थित लोगों को धन्यवाद दिया। चैंबर के मानद मंत्री नीरव मंडलेवाला ने एसजीसीसीआई ग्लोबल विलेज एक्सपो के बारे में जानकारी दी। चैंबर के तत्कालीननिवृत्त अध्यक्ष रमेश वघासिया, मानद कोषाध्यक्ष मृणाल शुक्ला, केआरईएमएजी एसोसिएशन के रवींद्रनाथ निलूर, फूड एंड बेवरेजेज एक्सपो के चेयरमैन के.बी. पिपलिया, विभिन्न देशों के प्रतिनिधि, चैम्बर के पूर्व अध्यक्ष, समूह अध्यक्ष, प्रबंध समिति के सदस्य, उद्यमी एवं व्यवसायी समारोह में उपस्थित थे। चैंबर सदस्य सुश्री जिल्पा शेठ ने समारोह की मेजबानी की।