सूरत : टेक्सटाइल मशीनरी पर बी.आई.एस. के अमल से कपड़ा उद्योग प्रभावित होगा : अशोक जीरावाला
कपड़ा मशीनरी पर बी.आई.एस. के कार्यान्वयन को मार्च-2027 तक स्थगित करने की मांग
फेडरेशन ऑफ गुजरात वीवर्स वेलफेयर एसोसिएशन (फोगवा) के प्रमुख अशोक जीरावाला ने एक विज्ञप्ति में बताया है कि हाल में देशभर में कपड़ा उद्योग जिस तरह तेजी से विकास कर रहा है उसका मुख्य कारण विदेशों से आयातित उच्च गति और आधुनिक तकनीक वाली मशीनें हैं। विदेश से आयात होने वाली ऐसी आधुनिक तकनीक वाली मशीनें अभी तक हमारे देश में किसी भी कंपनी द्वारा निर्मित नहीं की गई हैं। कुछ स्थानीय निर्माताओं ने ऐसी मशीनें बनाने का प्रयास किया है, लेकिन वे पूरी तरह असफल रहे हैं। यही कारण है कि हमें विदेशी मशीनें आयात करने की जरूरत पड़ती है।
फोगवा प्रमुख ने कहा कि यदि इस समय मशीनरी पर बी.आई.एस. लागू किया गया तो कपड़ा उद्योग का विकास रुक जाएगा और उद्योगपतियों को भी काफी नुकसान उठाना पड़ेगा। उन्होंने विशेष रुप से अनुरोध करते हुए कहा कि जब तक हमारे देश के निर्माता उच्च गति और आधुनिक प्रौद्योगिकी वाली मशीनें बनाने में सफल नहीं हो जाते, तब तक मशीनों पर बी.आई.एस. लागू नहीं किया जाना चाहिए। अन्यथा, वर्तमान में निर्यात किए जा रहे कपड़े की मात्रा भी कम हो जाएगी और रोजगार के नए अवसर भी कम हो जाएंगे तथा विश्व में कपड़े की वर्तमान बढ़ती मांग को देखते हुए, चीन जैसे प्रतिद्वंद्वी देशों के साथ प्रतिस्पर्धा करना कठिन हो जाएगा। इसलिए,फेडरेशन ऑफ गुजरात वीवर्स वेलफेयर एसोसिएशन (FOGWA) मशीनरी पर बी.आई.एस. के कार्यान्वयन को मार्च 2027 तक स्थगित करने की मांग की है।