सूरत :  न्यू सिविल अस्पताल में 15वें बैच के बी.एस.सी. प्रथम वर्ष के नर्सिंग छात्राओं का शपथ ग्रहण समारोह आयोजित

किसी डॉक्टर या अस्पताल की सफलता में नर्सिंग सेवाओं का विशेष योगदान होता है: रोमाबेन पटेल

सूरत :  न्यू सिविल अस्पताल में 15वें बैच के बी.एस.सी. प्रथम वर्ष के नर्सिंग छात्राओं का शपथ ग्रहण समारोह आयोजित

सूरत । न्यू सिविल अस्पताल स्थित सरकारी नर्सिंग कॉलेज में भर्ती हुए 15वें बैच के बीएससी प्रथम वर्ष के  नर्सिंग छात्राओं के लिए दीप प्रज्ज्वलन एवं शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया गया। जिसमें बीएससी नर्सिंग प्रथम वर्ष की 60 छात्राओं ने शपथ ली जिसमें जम्मू कशमीर के 10 छात्रा भी शामिल थी। 

सिविल अस्पताल के ऑडिटोरियम हॉल में आयोजित दीप प्रज्ज्वलन समारोह में प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले 12 विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया तथा उत्साहवर्धन के लिए गणमान्य व्यक्तियों द्वारा प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। छात्रों द्वारा मोमबत्ती जलाई गई।
 शिक्षा के क्षेत्र में सामाजिक कार्यकर्ता श्रीमती रोमाबेन परेशभाई पटेल ने लोगों से आजीवन सीखने की भावना के साथ आगे बढ़ने का आग्रह किया। कार्य के दौरान निरन्तर मदद की भावना बनाए रखते हुए समाज सेवा को भी प्राथमिकता दी जानी चाहिए। उन्होंने किसी की मदद करने की भावना रखने की वकालत की।

उन्होंने कहा कि नर्सिंग एक महान पेशा है और आज के समय में नर्सिंग को एक उत्कृष्ट करियर विकल्प माना जाता है। स्वास्थ्य प्रणाली में नर्स की भूमिका आधारशिला की तरह है। रोगी की देखभाल, सुरक्षा और उपचार की जिम्मेदारी नर्स पर होती है। कई स्थितियों में, कुछ रोगियों की देखभाल के लिए नर्सें चौबीसों घंटे काम करती हैं। नर्सिंग के क्षेत्र में करियर बनाने का निर्णय इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि मेडिकल के छात्रों को ही शिक्षा के साथ-साथ सेवा करने का अवसर मिलता है, इसलिए उन्हें अपना कर्तव्य पूरी निष्ठा से निभाना चाहिए।

नर्सिंग काउंसिल के उपाध्यक्ष इकबाल कड़ीवाला ने नर्स के जीवन में लेम्प लाईटनिंग और शपथ के महत्व को समझाते हुए कहा कि यह मानव सेवा को नर्सिंग के साथ जोड़कर नर्सिंग को नई पहचान देनेवाले ई.एस. 1820 में जन्मी फ्लोरेंस नाइटिंगेल से दीप प्रज्वलन और शपथ की अवधारणा जुड़ी हुई है। जिन्हे  आधुनिक नर्सिंग की अग्रणी के रूप में उन्हें 'लेडी विद द लैंप' के नाम से जाना जाता है। नर्सें अस्पताल का हृदय होती हैं और कोई भी अस्पताल या डॉक्टर उनकी उपस्थिति के बिना सफलतापूर्वक कार्य नहीं कर सकता।

कोरोना महामारी के दौरान नर्सिंग स्टाफ ने अपने परिवार की चिंता किए बिना सेवा भाव से अपना कर्तव्य निभाया तथा उन्होंने सभी से भविष्य में भी इसी प्रकार अपना कर्तव्य निष्ठा से निभाने का अनुरोध किया।

 इस अवसर पर मेडिकल कॉलेज के डीन जयेश ब्रह्मभट्ट, सिविल अधीक्षक डॉ. धरित्री परमार, आरएमओ  डॉ. केतन नायक, नर्सिंग कॉलेज के प्राचार्य इंद्रावती राव, फिजियोथेरेपी कॉलेज की प्रिंसिपल मनमीत कौर, नर्सिंग काउंसिल के उपाध्यक्ष इकबाल कड़ीवाला, नर्सिंग एसोसिएशन गुजरात के अध्यक्ष हितेश बट्ट, छात्र सलाहकार कमलेश परमार, नर्सिंग अधीक्षक सुमनती गावड़े, नर्सिंग एसोसिएशन के पदाधिकारी, हेड नर्स, स्टाफ नर्स और नर्सिंग छात्र उपस्थित थे।

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