सूरत : टेक्सटाइल उद्योग के विकास के लिए सांख्यिकीय रिटर्न प्रणाली पर जागरूकता कार्यक्रम

वस्त्र मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने सूरत के व्यापारियों और उद्योगपतियों से प्रामाणिक आंकड़े साझा करने का किया अनुरोध

सूरत : टेक्सटाइल उद्योग के विकास के लिए सांख्यिकीय रिटर्न प्रणाली पर जागरूकता कार्यक्रम

सूरत : दक्षिण गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ने भारत सरकार के वस्त्र मंत्रालय और मानव निर्मित एवं तकनीकी वस्त्र निर्यात संवर्धन परिषद के सहयोग से 18 जनवरी 2025 को सरसाणा, सूरत में 'टेक्सटाइल स्टैटिस्टिकल रिटर्न सिस्टम' पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया। कार्यक्रम में कपड़ा उद्योग के विकास में सांख्यिकीय डेटा की भूमिका और उसके महत्व पर प्रकाश डाला गया।

कार्यक्रम में भारत की वस्त्र आयुक्त श्रीमती रूप राशि (आईएएस), उप महानिदेशक अखिलेश कुमार, वित्तीय सर्वेक्षण निदेशक विजय धर चौबे और पूर्व अतिरिक्त वस्त्र आयुक्त सत्य प्रकाश वर्मा ने कपड़ा उद्योग से जुड़े लोगों को संबोधित किया।

चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष विजय मेवावाला ने कहा, "कपड़ा उद्योग भारतीय अर्थव्यवस्था का एक मजबूत स्तंभ है। सटीक आंकड़ों के बिना प्रभावी नीतियां बनाना संभव नहीं है। सांख्यिकीय रिटर्न प्रणाली का उद्देश्य वस्त्र उद्योग की संपूर्ण मूल्य श्रृंखला का व्यवस्थित डेटा संकलित करना है।"

वस्त्र आयुक्त रूप राशि ने कहा कि भारत सरकार ने कपड़ा उद्योग के लिए 350 बिलियन अमेरिकी डॉलर का लक्ष्य निर्धारित किया है। प्रामाणिक आंकड़ों के अभाव में नीतियों का प्रभावी क्रियान्वयन संभव नहीं है। उन्होंने बताया कि टेक्सटाइल स्टैटिस्टिकल रिटर्न सिस्टम का उद्देश्य नीति निर्माताओं को सटीक जानकारी प्रदान करना है ताकि उद्योग के हित में उचित निर्णय लिए जा सकें।

उप महानिदेशक अखिलेश कुमार ने उद्योगपतियों को आश्वासन दिया कि 'सांख्यिकी संग्रहण अधिनियम, 2008' के तहत पोर्टल पर साझा किए गए आंकड़े पूरी तरह गोपनीय रखे जाएंगे।

विजय धर चौबे ने बताया कि गुजरात में 4242 वस्त्र इकाइयां हैं, लेकिन इनमें से केवल 1500 इकाइयों ने ही पोर्टल पर पंजीकरण कराया है। उन्होंने उपस्थित लोगों से आग्रह किया कि वे अपनी इकाइयों का पंजीकरण कराकर कच्चे माल की खपत और उत्पादन से संबंधित डेटा प्रदान करें।

कार्यक्रम में चैंबर के उपाध्यक्ष निखिल मद्रासी, मानद कोषाध्यक्ष मृणाल शुक्ला, पूर्व अध्यक्ष श्री आशीष गुजराती, और FIASVI अध्यक्ष भरतभाई गांधी सहित कई प्रमुख व्यापारी उपस्थित थे। उच्चाधिकारियों ने उपस्थित उद्योगपतियों के प्रश्नों के उत्तर दिए और टेक्सटाइल सांख्यिकीय रिटर्न प्रणाली की उपयोगिता पर जोर दिया।

कार्यक्रम का समापन चैंबर के सदस्य विजयकुमार रादडिया द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।

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