सूरत :  एसबीआर माहेश्वरी विद्यापीठ ने 'रजत जयंती' समारोह मनाया

कार्यक्रम की भव्यता अभूतपूर्व थी और इसका थीम 'अतुल्य भारत' था 

सूरत :  एसबीआर माहेश्वरी विद्यापीठ ने 'रजत जयंती' समारोह मनाया

डुमस रोड स्थित एसबीआर माहेश्वरी विद्यापीठ ने 9 एवं 10 जनवरी 2025 को अपना 'रजत जयंती' समारोह मनाया। यह विद्यालय 2000 में स्थापित हुआ था और 2001 में संचालित होना शुरू हुआ। कार्यक्रम की भव्यता अभूतपूर्व थी और इसका थीम 'अतुल्य भारत' था। विद्यालय का वातावरण रचनात्मकता, मूल्यों, और सामाजिक संदेशों से गूंज उठा। 

विद्यालय की सजावट असाधारण थी और इसमें 25 वर्षों की यात्रा को दर्शाया गया, जिसमें संस्थापकों के प्रति कृतज्ञता और वर्तमान उपलब्धियों को प्रदर्शित किया गया। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि सेवंतिभाई शाह, वीनस ज्वेल्स, सूरत थे। कार्यक्रम में पूर्व अध्यक्ष, पूर्व छात्र, सेवानिवृत्त शिक्षक, विभिन्न विद्यालयों के प्रिंसिपल, माहेश्वरी समाज के विशिष्ट सदस्य और अन्य समाज के गणमान्य लोग उपस्थित थे।

 कार्यक्रम में एक सम्मान समारोह आयोजित किया गया।'फिट इंडिया क्विज' में लगातार तीन वर्षों तक गुजरात के टॉपर्स रहे प्रतीक सिंह और हर्ष भाऊवाला को विशिष्ट अतिथि द्वारा स्मृति चिन्ह और रु.25,000 
का चेक देकर सम्मानित किया गया। यह क्विज खेल और युवा मामलों के मंत्रालय द्वारा आयोजित की गई थी। साथ में विद्यालय को भी रु.2,50,000 का नकद पुरस्कार प्रदान किया गया, जिसे विद्यालय की प्रधानाचार्या और अध्यक्ष ने प्राप्त किया।

सम्मान समारोह में पूर्व सभी अध्यक्ष, कमेटी मेंबर्स, प्रथम एजुकेशन एडवाइजर, को भी सम्मानित किया गया। विद्यालय को सूरत जिले के सभी विद्यालयों में एजुकेशन वर्ल्ड स्कूल रैंकिंग 2024-25 द्वारा पाँचवाँ स्थान प्राप्त हुआ है। 10 जनवरी को सविनयर-आरोहण-शिखर की ओर का भी अनावरण सभी गणमान्य सदस्यों द्वारा हुआ। सांस्कृतिक कार्यक्रम अद्भुत था। समापन कार्यक्रम में बच्चों ने 'हनुमान चालीसा' और 'अतुल्य भारत ' पर प्रस्तुति दी, जो कार्यक्रम की विशेषता रही। अभिभावक और अतिथि आनंदित हो उठे। छात्रों की उत्सुकता ने माहौल को और भी उज्ज्वल बना दिया।

विशिष्ट अतिथि सेवंतिभाई शाह ने टीम को बधाई दी और सभा को संबोधित करते हुए बदलते समय में अनुकूलन की आवश्यकता पर जोर दिया और एसबीआर माहेश्वरी विद्यापीठ के छात्रों को भविष्य के लिए शुभकामनाएँ दीं। 

अध्यक्ष महेंद्र झवर ने कहा कि हमें गर्व है कि हम इस मुकाम तक पहुँचे हैं और उन्होंने इसी उत्साह के साथ आगे बढ़ने का संकल्प दोहराया। सचिव ओमप्रकाश धीरन ने कहा कि भले ही हमने लंबा सफर तय कर लिया है, लेकिन यह तो बस शुरुआत है। 

प्रधानाचार्या श्रीमती सारिका सिंह, जो इस सफलता के क्षण से अभिभूत थीं, ने इस समारोह को सफल बनाने के लिए अथक प्रयास किया। उन्होंने कहा कि वह अपनी टीम के साथ इस विरासत को और भी जोश के साथ आगे बढ़ाएंगी।

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