सूरत रेलवे स्टेशन का प्लेटफोर्म नं. 2-3 दो महिने बंद रहेगें, उधना से 200 से ज्यादा ट्रेनें चलेंगी

यात्रियों को सारी जानकारी क्यूआर कोड और एसएमएस के जरिए मिलेगी

सूरत रेलवे स्टेशन का प्लेटफोर्म नं. 2-3 दो महिने बंद रहेगें, उधना से 200 से ज्यादा ट्रेनें चलेंगी

सूरत रेलवे स्टेशन को वर्ल्ड क्लास रेलवे स्टेशन बनाने पर काम चल रहा है। जिसके तहत सूरत स्टेशन पुनर्विकास चरण-1 में प्लेटफॉर्म नंबर-4 पर कॉनकोर्स कार्य किया जा चुका है और अब प्लेटफॉर्म-2 और 3 पर कॉनकोर्स कार्य को बढ़ाने के लिए इन दोनों प्लेटफॉर्म को 60 दिनों के लिए बंद रखा जाएगा।

इन दिनों के दौरान सूरत रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म-1 और 4 से 164 ट्रेनें, उधना स्टेशन से 201 ट्रेनें रवाना होंगी। 350 से ज्यादा ट्रेनों की आवाजाही बदलेगी इस बड़े बदलाव को लेकर रेलवे सिस्टम की ओर से तैयारी कर ली गई है। लोगों को आसानी हो इसके लिए भी व्यवस्था की गई है। रेलवे सिस्टम की ओर से एक क्यूआर कोड की भी घोषणा की गई है, जिसे स्कैन करने पर यह जानकारी मिलेगी कि कौन सी ट्रेन किस स्टेशन से, कब और किस समय प्रस्थान करेगी।

सूरत प्लेटफार्म-2 पर रुकने वाली अप लाइन की 122 एक्सप्रेस ट्रेनें और सूरत प्लेटफार्म-1 पर रुकने वाली डाउन लाइन की 79 ट्रेनों को 8 जनवरी से उधना में स्थानांतरित कर दिया गया है। जबकि राजधानी, वंदे भारत, शताब्दी, तेजस, पश्चिम, सूर्यनगरी, अवध जैसी प्रीमियम ट्रेनों समेत 62 ट्रेनें केवल सूरत स्टेशन के प्लेटफॉर्म 1 और 4 से चलेंगी। रेलवे के इस फैसले से उधना रेलवे स्टेशन पर लोड बढ़ जाएगा। जिससे यात्रियों को स्टेशन के बाहर ट्रैफिक की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। रेलवे सिस्टम इसे आसान बनाने की कोशिश कर रहा है।

मंगलवार रात 12 बजे से सूरत रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म-2 और 3 को बंद किया जा रहा है, जिसके कारण अब 201 ट्रेनें सूरत की बजाय उधना रेलवे स्टेशन पर रुकेंगी। इस बदलाव से यात्रा में काफी बदलाव आएगा और उधना रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी होगी। अब तक उधना रेलवे स्टेशन पर अनुमानत: 30 से 35 ट्रेनें रुकती थीं। तो प्रतिदिन चार हजार यात्री सफर करते थे। लेकिन सूरत रेलवे स्टेशन पर पुनर्विकास कार्य के दौरान उधना से 200 से ज्यादा ट्रेनें रवाना होंगी। ऐसे में संभावना है कि उधना रेलवे स्टेशन पर हर दिन करीब 75 हजार यात्री सफर करेंगे। 

यात्रियों को परेशानी न हो और पुनर्विकास कार्य के दौरान यात्री स्टेशन और प्लेटफॉर्म को लेकर भ्रमित न हों, टिकट बुकिंग के दौरान दिए गए मोबाइल नंबर पर एक एसएमएस भेजा जाएगा। जिससे यात्रियों को यात्रा की सारी जानकारी मिल जाएगी। क्यूआर कोड भी लगाया जाएगा। स्कैन करते ही सारी जानकारी मोबाइल पर आ जाएगी।

यह व्यवस्था उधना रेलवे स्टेशन पर देखने को मिलेगी
1. सूरत और उधना स्टेशनों पर लगभग 150 आरपीएफ, जीआरपीएफ और अन्य कर्मचारी
2. उधना स्टेशन पर अब तक 5 टिकट खिड़कियां थीं। अब प्लेटफार्म नंबर 6 पर 7 टिकट काउंटर, पार्किंग एरिया के पास 3 टिकट काउंटर खोले गए हैं।
3. पार्किंग एवं होल्डिंग एरिया पूर्व एवं पश्चिम दिशा के क्षेत्रों में रखा गया
4. प्रकाश, पेयजल, शौचालय जैसी सुविधाएं
5. 50 तक लाइसेंसधारी कुलियों को सूरत से उधना स्टेशन पर स्थानांतरित किया जाएगा
6. प्लेटफार्म नंबर 6 पर 10 खाद्य विक्रेताओं को अनुमति
7. स्टेशन के बाहर की स्थिति के लिए सूरत ट्रैफिक और सिटी पुलिस के साथ-साथ जीआरपी से भी बात की
8. सिटी बसों और रिक्शा में यात्रियों के स्टेशन-दर-स्टेशन आवागमन की व्यवस्था

इससे पहले पिछले साल जून में सूरत स्टेशन के प्लेटफॉर्म चार को बंद कर दिया गया था, इस दौरान कॉनकोर्स के निर्माण के लिए 19 पूर्ण स्तंभ और नींव का निर्माण किया गया था। ताप्ती गंगा समेत 17 ट्रेनों को शिफ्ट किया जा चुका है और अब काम को आगे बढ़ाने के लिए प्लेटफॉर्म 2 और 3 पर फाउंडेशन पिलर भी खड़े किए जाएंगे। सूरत रेलवे स्टेशन पर 60 दिन में सीओपी फाउंडेशन, छत की नींव, लिफ्ट, बीम इंस्टोलेशन का काम किया जायेगा।  

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