ड्रेसिंग रूम की बहस वहीं रहनी चाहिये, ईमानदारी से सब कुछ कहा गया : गंभीर

ड्रेसिंग रूम की बहस वहीं रहनी चाहिये, ईमानदारी से सब कुछ कहा गया : गंभीर

सिडनी, दो जनवरी (भाषा) भारत के मुख्य कोच गौतम गंभीर ने कहा कि ड्रेसिंग रूम की ‘बहस’ सार्वजनिक नहीं होनी चाहिये और उन्होंने खिलाड़ियों से ‘ईमानदारी’ से बातचीत की क्योंकि प्रदर्शन ही उन्हें टीम में बनाये रख सकता है ।

गंभीर ने इन सवालों को भी दरकिनार किया कि खराब फॉर्म से जूझ रहे कप्तान रोहित शर्मा को आस्ट्रेलिया के खिलाफ शुक्रवार से शुरू हो रहे पांचवें और आखिरी टेस्ट के लिये अंतिम एकादश में जगह मिलेगी या नहीं ।

ड्रेसिंग रूम में तनाव की रिपोर्ट के बीच गंभीर ने कहा कि वे सिर्फ रिपोर्ट हैं, सच नहीं ।

गंभीर ने से पहले प्रेस कांफ्रेंस में कहा ,‘‘ कोच और खिलाड़ी के बीच की बात ड्रेसिंग रूम में ही रहनी चाहिये । तल्ख शब्द । ये सिर्फ रिपोर्ट हैं , सच नहीं ।’’

उन्होंने कहा ,‘‘ जब तक ईमानदार लोग ड्रेसिंग रूम में हैं, भारतीय क्रिकेट सुरक्षित हाथों में है । आपको एक ही चीज ड्रेसिंग रूम में रख सकती है और वह है प्रदर्शन ।’’

उन्होंने कहा ,‘‘ ईमानदारी से बात कही गई और ईमानदारी महत्वपूर्ण है ।’’

गंभीर ने यह बताने से इनकार किया कि रोहित को टीम में जगह मिलेगी या नहीं । उनसे पूछा गया था कि मैच से पूर्व प्रेस कांफ्रेंस में कप्तान क्यो नहीं आये जबकि आम तौर पर कप्तान ही आते हैं और क्या वह अंतिम एकादश में होंगे ।

गंभीर ने कहा ,‘‘ रोहित ठीक है । मुख्य कोच यहां है और यह काफी होना चाहिये । पिच को देखने के बाद अंतिम एकादश पर फैसला लेंगे ।

गंभीर ने यह भी कहा कि उन्होंने सीनियर बल्लेबाज विराट कोहली और कप्तान रोहित शर्मा से टेस्ट मैच जीतने की रणनीति के अलावा कोई बात नहीं की ।

उन्होंने कहा ,‘‘ हर खिलाड़ी को पता है कि उसे कहां सुधार करना है । हमने उनसे एक ही बात की है कि टेस्ट मैच कैसे जीतने हैं ।’’

गंभीर ने यह भी पुष्टि की कि तेज गेंदबाज आकाश दीप कमर में जकड़न के कारण आखिरी टेस्ट नहीं खेलेंगे हालांकि उन्होंने विकल्प का खुलासा नहीं किया ।

उन्होंने व्यक्तिगत प्रदर्शन की समीक्षा करने से इनकार किया लेकिन निर्णायक पलों में ऋषभ पंत के गैर जिम्मेदाराना शॉट्स के बारे में पूछने पर गंभीर ने कहा कि टीम का हित सर्वोपरि है ।

उन्होंने कहा ,‘ मैं व्यक्ति विशेष के बारे में बात नहीं करना चाहता लेकिन टीम सबसे पहले का फलसफा मायने रखता है । लोग अपना स्वाभाविक खेल दिखा सकते हैं लेकिन टीम खेल में व्यक्ति सिर्फ योगदान देता है ।’’