जॉर्जिया में मारे गए भारतीयों में से कई के परिजनों ने कर्ज लेकर उन्हें विदेश भेजा था
चंडीगढ़, 18 दिसंबर (भाषा) जॉर्जिया के पर्वतीय रिसॉर्ट गुदौरी के एक रेस्तरां में पिछले सप्ताह मृत पाए गए 11 भारतीय नागरिकों में से कई लोगों ने विदेश जाने के लिए ऋण लिया था।
ये सभी लोग गुदौरी स्थित हवेली नामक भारतीय रेस्तरां में कार्यरत थे। इस घटना में मारे गए अधिकांश व्यक्ति पंजाब के रहने वाले थे।
जॉर्जिया के गृह मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि शुरुआती जांच में किसी भी तरह की चोट या हिंसा होने के कोई संकेत नहीं मिले हैं।
स्थानीय मीडिया ने पुलिस के हवाले से बताया कि सभी की मौत कार्बन मोनोऑक्साइड की चपेट में आने से हुई है।
इस घटना में जान गंवाने वाले 35 वर्षीय संदीप सिंह परिवार में कमाने वाले एकमात्र सदस्य थे। तरनतारन के रहने वाले संदीप अपने परिवार की आजीविका के लिए एक साल पहले जॉर्जिया चले गए थे।
उनके पिता बलवंत सिंह ने बताया कि उन्होंने अपने बेटे को जॉर्जिया भेजने के लिए छह लाख रुपये का कर्ज लिया था। संदीप की पत्नी बलजीत कौर ने कहा कि उन्होंने एक सप्ताह पहले अपने पति से बात की थी।
उन्होंने कहा कि संदीप की मौत हो जाने से परिवार के पास आय का कोई साधन नहीं बचा। संदीप के परिवार में उनके पिता, पत्नी और आठ साल की बेटी हैं।
मोगा के घाल कलां गांव के रहने वाले 24 वर्षीय गगनदीप सिंह चार महीने पहले ही जॉर्जिया गए थे। उनके पिता गुरमुख सिंह ने उन्हें जॉर्जिया भेजने के लिए कर्ज लिया था। वह एक मजदूर हैं।
गगनदीप के एक रिश्तेदार ने कहा कि हम सरकार से चाहते हैं कि गगनदीप का शव भारत लाया जाए।
रवींद्र कुमार (45) ने जालंधर के कोट रामदास में अपने परिवार को आखिरी बार 13 दिसंबर को फोन किया था।
कुमार के परिजनों को रविवार को पता चला की उनकी मौत हो गई है।
कुमार की पत्नी कंचन ने कहा, ‘‘मेरा बेटा एक दिसंबर को सात साल का हो गया। उसके पिता ने उसे कभी नहीं देखा। वह लगभग आठ साल पहले विदेश चले गए थे।’’
कुमार की सबसे बड़ी बेटी हर्षिता रो पड़ी और उसने बताया कि उसके पिता ने जब आखिरी बार बात की तो उन्होंने वहां एक बर्फीला तूफान आने के बारे में जानकारी दी थी।
रवींद्र कुमार के परिवार में उनकी मां, पत्नी, दो बेटियां और एक बेटा है। कुमार पहले दुबई गए थे जहां उन्होंने चार साल तक काम किया और बाद में जॉर्जिया चले गए।
मृतकों के परिजनों ने केंद्र और पंजाब सरकार से उनके शव भारत लाने के लिए आवश्यक कदम उठाने की अपील की है, जिससे उनका अंतिम संस्कार किया जा सके।
त्बिलिसी में स्थित भारतीय मिशन ने कहा था कि हमें 11 भारतीय नागरिकों की मृत्यु के बारे में जानकर दुख हुआ तथा हम उनके परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं।
जॉर्जिया में मारे गए 11 भारतीयों में पटियाला के रहने वाले वरिंदर सिंह (33) भी शामिल हैं। उनके परिवार के एक सदस्य ने बताया कि सिंह डेढ़ साल पहले जॉर्जिया गए थे।
सिंह के रिश्तेदार पाल सिंह ने कहा कि वरिंदर जॉर्जिया में एक भारतीय रेस्तरां में प्रबंधक के तौर पर काम करते थे।
उन्होंने बताया कि उन्हें फोन के जरिए वरिंदर की मौत के बारे में जानकारी मिली थी।
सिंह ने बताया, ‘‘हम चाहते हैं कि उनका शव वापस लाया जाए।
वरिंदर के परिवार में उनकी पत्नी और पांच साल की बेटी है।
जॉर्जिया में हुई इस घटना में पटियाला के मेहमान गांव की रहने वाली अमरिंदर कौर ने भी जान गंवा दी। उनकी एक रिश्तेदार ने बताया कि वह इस साल मार्च में जॉर्जिया गई थीं।
मृतकों में खन्ना निवासी समीर कुमार भी शामिल हैं। वह करीब छह महीने पहले जॉर्जिया गए थे।
समीर के भाई गुरदीप कुमार ने बताया कि परिवार ने आखिरी बार 14 दिसंबर को उनके जन्मदिन पर उससे बात की थी।