सूरत : चैंबर ऑफ कॉमर्स द्वारा 'टेक्सटाइल लीडरशिप कॉन्क्लेव' का आयोजन
कपड़ा निर्यात बढ़ाने उद्योगपतियों और व्यापारियों का मार्गदर्शन करने के लिए 'टेक्सटाइल लीडरशिप कॉन्क्लेव' का आयोजन : चैंबर अध्यक्ष विजय मेवावाला
चैंबर अध्यक्ष श्री विजय मेवावाला ने सभी कपड़ा उद्योग से जुड़े व्यक्तियों से कॉन्क्लेव में भाग लेने और इस अवसर का लाभ उठाने की अपील की है।
सूरत। दक्षिण गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (एसजीसीसीआई) ने कपड़ा उद्योग के विकास और निर्यात को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 'टेक्सटाइल लीडरशिप कॉन्क्लेव' का आयोजन किया है। यह आयोजन शनिवार, 21 दिसंबर 2024 को शाम 5:00 बजे सूरत के सरसाना स्थित प्लैटिनम हॉल में होगा।
इस कॉन्क्लेव का मुख्य उद्देश्य सूरत के कपड़ा उद्यमियों और व्यापारियों को कपड़ा उद्योग के नवीनतम रुझानों, संभावनाओं और नीतियों के बारे में मार्गदर्शन देना है। चैंबर अध्यक्ष विजय मेवावाला ने सभी कपड़ा उद्योग से जुड़े व्यक्तियों से कॉन्क्लेव में भाग लेने और इस अवसर का लाभ उठाने की अपील की है।
कपड़ा उद्योग के कई दिग्गज विशेषज्ञ इस आयोजन में भाग लेंगे और अपने विचार साझा करेंगे।
राकेश मेहरा (अध्यक्ष, भारतीय कपड़ा उद्योग परिसंघ): "टी एंड ए उद्योग के लिए आउटलुक और विकास के लिए रोडमैप"
दुराई पालनीसामी (कार्यकारी निदेशक, पल्लवा समूह): "फाइबर-टू-फैशन यात्रा में एमएमएफ आधारित उत्पादों के नवाचार और विनिर्माण के संदर्भ में व्यावहारिक अंतर्दृष्टि"
प्रशांत अग्रवाल (संयुक्त प्रबंध निदेशक, वजीर एडवाइजर्स प्राइवेट लिमिटेड): "गुजरात कपड़ा नीति को कैसे पूंजीकृत करें" "घरेलू एमएमएफ कपड़ा का भविष्य"
सुभाष धवन (अध्यक्ष, एफ. स्टूडियो फैशन प्राइवेट लिमिटेड): "टेक्सटाइल ब्रांडिंग, डिज़ाइन ट्रेंड और फैशन लेबल की सफलता में ब्रांडिंग की भूमिका"
प्रेम अग्रवाल (प्रबंध निदेशक, गारमेंट मंत्रा लाइफस्टाइल लिमिटेड): "तिरुपुर एक्सपोर्ट हब का विकास" "एमएमएफ गारमेंटिंग की संभावनाएं"
अध्यक्षता और समापन
इस कॉन्क्लेव की अध्यक्षता सत्य प्रकाश वर्मा (पूर्व अतिरिक्त कपड़ा आयुक्त, भारत सरकार) करेंगे।
इस कॉन्कलेव से कपड़ा उद्योग से जुड़े उद्यमियों को विशेषज्ञों से व्यावहारिक मार्गदर्शन मिलेगा। 'मैन-मेड फाइबर' (एमएमएफ) आधारित उत्पादों और उनकी वैश्विक संभावनाओं पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। कपड़ा ब्रांडिंग और नीतियों को समझने के साथ, सूरत के उद्यमी अपनी प्रतिस्पर्धात्मकता को मजबूत कर सकेंगे।
सूरत को 'कपड़ा नगरी' के रूप में जाना जाता है। ऐसे में यह कॉन्क्लेव सूरत के उद्यमियों को वैश्विक बाजार में अपनी स्थिति मजबूत करने और निर्यात को बढ़ावा देने के लिए एक उत्कृष्ट मंच प्रदान करेगा।