डॉ. सहजानंद प्रसाद सिंह चिकित्सा और आईएमए को समर्पित
मुंबई में डॉ. सहजानंद प्रसाद सिंह को 'ग्लोबल एक्सीलेंस अवार्ड 2019' से सम्मानित करती प्रसिद्ध फ़िल्म अभिनेत्री माधुरी दीक्षित
दिल्ली, 16 दिसंबर: इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष, मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया के पूर्व सदस्य और राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग के सदस्य डॉ सहजानंद प्रसाद सिंह, भारतीय चिकित्सा जगत का जाना-माना नाम हैं। डॉ बी.सी. रॉय अवॉर्ड फंड की मैनेजिंग कमेटी ने डॉ सिंह को चिकित्सा जगत में उनकी सेवाओं और योगदान के लिए 2017 में डॉ बी.सी. रॉय नेशनल अवॉर्ड से सम्मानित किया। चिकित्सा जगत में उनकी उपलब्धियों को देखते हुए प्रतिष्ठित राष्ट्रीय पत्रिका आउटलुक द्वारा उन्हें साल 2018 में ‘आईकन्स ऑफ बिहार’ के अवार्ड से नवाज़ा ! इसके अलावा उन्हें 2019 और 2022 में मुंबई में आयोजित ग्लोबल एक्सीलेंस अवॉर्ड्स के लिए दो बार चुना गया, और उन्हें प्रसिद्ध फिल्म अभिनेत्री माधुरी दीक्षित और अभिनेता अनुपम खेर ने सम्मानित किया। चिकित्सा जगत में उनकी उपलब्धियों को देखते हुए उन्हें माननीय केन्द्रीय मंत्री डॉ जितेन्द्र सिंह ने अगस्त 2024 में दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान "पायनियर्स ऑफ इंडिया अवार्ड" से सम्मानित किया।
डॉ सहजानंद प्रसाद सिंह का जन्म बिहार के ऐतिहासिक जिले नालंदा में हुआ और उन्होंने पटना के नालंदा मेडिकल कॉलेज पटना से एमबीबीएस की डिग्री हासिल की और उत्तर प्रदेश के मेरठ स्थित लाला लाजपत राय मेमोरियल मेडिकल कॉलेज से जनरल सर्जरी में एमएस किया।
कई सालों तक ईएसआई हॉस्पिटल, फुलवारीशरीफ़ पटना में मेडिकल ऑफिसर ऑर सुप्रीटेंडेन्ट के पद पर काम करते हुए उन्होंने ज़रूरतमंद और गरीब मज़दूरों की खूब सेवा की। वे बिहार संघ लोक सेवा आयोग द्वारा अनुशंसित सर्जरी में लैक्चरर्स की सूची में टॉप पर रहे, और कई सालों तक पटना मेडिकल कॉलेज को अपनी सेवाएं प्रदान कीं। डॉ.सिंह ने वर्धमान इंस्टीट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेज़, पावापुरी, नालंदा में एसोसिएट प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष (जनरल सर्जरी) के रूप में भी अपनी सेवाएं प्रदान की, जो भगवान महावीर, पावापुरी और नालंदा की स्मृति में चिकित्सा शिक्षा में बिहार सरकार का उत्कृष्ट केन्द्र है। डॉ.सहजानंद प्रसाद सिंह को बिहार के सबसे लोकप्रिय शिक्षक और प्रभावी सर्जन के रूप में भी जाना जाता है।
डॉ सहजानंद प्रसाद सिंह को आईएमए बिहार और नेशनल आईएमए में उनकी गतिविधियों के चलते विशेष पहचान मिली ! आईएमए के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और वर्ल्ड मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष रहे स्व.डॉ.ए.के.एन सिन्हा ने डॉ.सिंह के मिलनसार स्वभाव और कार्यशैली को देखते हुए इन्हे आईएमए ज्वाइन करने को प्रोत्साहित किया और आगे चलकर डॉ.सिंह ने डॉ.एन.अप्पाराव और डॉ.केतन देसाई सरीखे नेताओं के मार्गदर्शन में आईएमए की बुलंदियों तक पहुंचे ! आईएमए में डॉ.सहजानंद प्रसाद सिंह ने कई महत्वपूर्ण पदों पर अपनी सेवाएं प्रदान की !
राष्ट्रीय आईएमए में पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त रह चुके डॉ.सिंह , आईएमए मुख्यालय की केन्द्रीय कार्य समिति के सदस्य भी रहे । इसके अलावा वे पटना के ईमाकॉन - 2006 के आयोजन सचिव 1988 के गोल्डन जुबली कॉन्फ्रेंस के संयुक्त आयोजन सचिव भी रहे।
डॉ.सहजानंद प्रसाद सिंह वर्तमान में आईएमए (बिहार राज्य शाखा) के संरक्षक भी हैं। डॉ सहजानंद प्रसाद सिंह ने खुद को डॉक्टरों एवं मरीज़ों की आवाज़ के रूप में स्थापित किया।
डॉ.सिंह बिहार में आईएमए के सहयोग से भारत सरकार के साथ 15 से अधिक नेशनल मेगा हेल्थ कैम्प आयोजित कर चुके हैं इसके अलावा वे आईएमए के सभी सामाजिक चिकित्सा कार्यक्रमों में अग्रणी भूमिका में दिखाई देते रहे हैं जिनमे आओ गांव चलें, बेटी बचाओ, स्तनपान, बचपन का डायरिया, एड्स/एचआईवी की रोकथाम, टीबी और कुष्ठ की रोकथाम आदि।
डॉ.सिंह के नेतृत्व में समय समय पर बिहार में कई बाढ़ राहत शिविर, परिवार कल्याण शिविर, नेत्र शिविर भी आयोजित किए जा चुके हैं। वे सरकार के साथ मिलकर सरकारी स्वास्थ्य नीतियों की योजना बनाने और इन्हें अंजाम देने में कई बार सकारात्मक पहल भी की है। जब भी उन्हें लगता है कि कोई नीति चिकित्सा जगत या आम लोगो के पक्ष में नहीं है तो उन्होंने इसके लिए कई मंचों पर आवाज़ें भी उठाई हैं !
डॉ सहजानंद प्रसाद सिंह कई सालों तक मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया के सदस्य रहे और इस समय बिहार काउंसिल ऑफ मेडिकल रजिस्ट्रेशन के सदस्य एवं लम्बे वक़्त से रजिस्ट्रार भी हैं। जहां डॉ.सिंह ने चिकित्सा शिक्षा की गुणवत्ता, नैतिक मूल्यों और प्रथाओं को बनाए रखने के लिए कड़ी मेहनत की है।
डॉ.सहजानंद प्रसाद सिंह, तिलका मांझी भागलपुर यूनिवर्सिटी, भागलपुर के सीनेट सदस्य, बिहार रेड क्रॉस सोसाइटी सदस्य, मुंगेर यूनिवर्सिटी के सिंडिकेट सदस्य भी हैं। इसके अलावा उन्हें उन्हें बेस्ट आईएमए सेक्रेटरी अवॉर्ड, प्रेज़ीडेन्ट एप्रिसिएशन अवॉर्ड, चिकित्सा रत्न अवॉर्ड (2006) आदि से भी सम्मानित किया जा चुका है।
राष्ट्रीय आईएमए और बिहार की कई आईएमए शाखाओं के अलावा डॉ.सिंह को भारत ज्योति अवार्ड (2009), बेस्ट स्टेट फैकल्टी ऑफ आईएमए कॉलेज ऑफ जनरल प्रैक्टिशनर एवं बैंगलोर के मणिपाल यूनिवर्सिटी द्वारा भी इन्हे सम्मानित किया जा चुका है। पूर्व में डॉ.सिंह नालंदा मेडिकल कॉलेज की छात्र यूनियन के सचिव के अलावा नालंदा मेडिकल कॉलेज एलुमनी एसोसिएशन के सचिव/ पेट्रन भी रह चुके हैं।
डॉ सहजानंद प्रसाद सिंह गरीबों के डॉक्टर के रूप में विख्यात हैं। अपनी प्राइवेट प्रैक्टिस में वे कन्सलटेशन और सर्जरी के लिए बेहद मामूली सा शुल्क लेते हैं। रोज़ाना गरीब मरीज़ों से घिरे डॉ.सिंह का मानना है की गरीबों का सस्ता और निशुल्क इलाज ही सच्ची मानव सेवा है और इन मरीज़ों के आशीर्वाद की बदौलत ही आज मैं इस मुकाम पर हूँ !
स्थानीय लोगों का कहना है की डॉ.सिंह ने अपने डॉक्टर बच्चों को भी ऐसे ही संस्कार दिए हैं। डॉ.सिंह के बड़े पुत्र डॉ.प्रणय कुमार पटना में यूरोलोजिस्ट और जनरल लैप्रोस्कोपिक सर्जन है तो दूसरे पुत्र ऋषव कुमार पटना के प्राख्यात ऑर्थोपेडिक सर्जन है।इसके अलावा उनकी दो पुत्र वधुओं में एक ईएनटी तो दूसरी प्रख्यात रेडियोलॉजिस्ट है ! और ये सभी डॉ सहजानंद प्रसाद सिंह की तरह गरीबों और ज़रूरतमंदों की सेवा में दिन रात लगे हैं।
यह लेख दिनेश आनंद द्वारा लिखित है।