सूरत : मलसीसर में "रैन वाटर हार्वेस्टिंग मिशन" का शुभारंभ, जल संरक्षण के लिए बड़ी पहल

झुंझनू ज़िले में शुक्रवार को चार रिचार्ज बोरिंग का शिलान्यास हुआ : फोस्टा अध्यक्ष कैलास हाकिम

सूरत : मलसीसर में

सूरत। राजस्थान के झुंझनु जिले में शुक्रवार को मलसीसर कस्बे में जल संरक्षण की दिशा में एक बड़ी पहल के तहत "रैन वाटर हार्वेस्टिंग मिशन" का शुभारंभ किया गया। यह अभियान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जल संरक्षण की सोच और "जन्मभूमि से कर्मभूमि" मिशन के अंतर्गत सूरत प्रवासी कैलाश हाकिम (फोस्टा अध्यक्ष) की पहल पर शुरू किया गया। परियोजना का शिलान्यास शहीद गजराज सिंह सीनियर सेकेंडरी स्कूल के पास किया गया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि तहसीलदार महेश ओला थे, जबकि अध्यक्षता सरपंच ताराचंद जांगिड़ ने की। अन्य विशिष्ट अतिथियों में थानाधिकारी कैलाशचंद्र, वरिष्ठ भाजपा नेता चिरंजीलाल चौमाल, जल संसाधन विभाग की सहायक अभियंता नीतिका देवी, सूरत से पार्षद दिनेश कुमार पुरोहित, और स्कूल की प्रिंसिपल श्रीमती रुक्मणी देवी शेखसरिया शामिल थे।

कैलाश हाकिम ने इस अवसर पर कहा कि "जलशक्ति को राष्ट्रशक्ति बनाना है।" उन्होंने बढ़ते पेयजल संकट और संभावित तीसरे विश्व युद्ध के लिए जल संकट को प्रमुख कारण मानते हुए, इस मिशन को समय की जरूरत बताया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जलशक्ति मंत्री सी.आर. पाटिल और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के जल संरक्षण प्रयासों की प्रशंसा की। कर्म भूमि से जन्म भूमि की भावना के अंतर्गत बरसाती पानी को वापस जमीन में रिचार्ज करने के लिए प्रवासी आगे आए हैं। इसके तहत ऐसे स्थान जहां पर बरसात के दौरान पानी एकत्रित होता है, वहां रेनवाटर हार्वेस्टिंग के अंतर्गत वाटर रिचार्ज कुएं बनाए जाएंगे।

इस प्रोजेक्ट के तहत बारिश के पानी को बोरिंग के माध्यम से सीधे धरती में उतारा जाएगा, जिससे भूजल स्तर बढ़ेगा और पानी पीने योग्य बन सकेगा। इस प्रणाली में केवल बारिश के पानी का उपयोग किया जाएगा।

शिलान्यास मलसीसर में शहीद स्कूल के पास और विष्णु सर्किल पर किया गया। वहीं, झुंझुनूं के अग्रसेन सर्किल और मंड्रेला में वाटर वर्क्स के पास भी इसी प्रकार की पहल की गई। इन कार्यक्रमों में कैबिनेट मंत्री अविनाश गहलोत, जिला कलेक्टर रामावतार मीणा, और विधायक राजेंद्र भांभू ने भाग लिया।

कार्यक्रम में अतिथियों का इकबाल जी लालपुरिया, संतोष जी शर्मा, भंवर सिंह जी निर्बाण, सुभाष जी डालमिया, और अन्य गणमान्य व्यक्तियों द्वारा माल्यार्पण कर अभिनंदन किया गया। कार्यक्रम का संचालन भवानी सिंह शेखावत ने किया। 

यह परियोजना जल संरक्षण के क्षेत्र में एक नई राह दिखाती है। यह केवल मलसीसर ही नहीं, बल्कि अन्य क्षेत्रों में भी भूजल स्तर सुधारने और जल संकट से निपटने के लिए एक आदर्श प्रयास साबित हो सकती है।

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