कथांकन के अनम्यूट सीजन 2 की भव्य वापसी: शब्दों और कहानियों की जमी महफ़िल
सूरत के मिस्टर कैफ़े – द स्काई लाउंज में कथांकन की बहुप्रतीक्षित अनम्यूट सीजन 2 का आयोजन बेहद शानदार और यादगार ढंग से संपन्न हुआ। इस अद्भुत शाम में कवि, शायर, और कलाकारों ने अपनी प्रस्तुतियों से न केवल श्रोताओं का दिल जीता, बल्कि उनके दिलों में अपनी छाप भी छोड़ी। कार्यक्रम का संचालन कुशलतापूर्वक अभिषेक शर्मा और हबीब किन्खाबवाला ने किया, जिन्होंने पूरे कार्यक्रम में ऊर्जा और उत्साह बनाए रखा।
शाम की खासियत यह रही कि मंच पर कई अलग-अलग विधाओं के कलाकारों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। अमन द्विवेदी, युसूफ अंसारी, पुनीत, और मेहर पेंटर ने अपने शेर-ओ-शायरी और ग़ज़लों से महफ़िल को चार चांद लगाए, जबकि प्रीति सुराना, राहुल जिंदल, और पल्लवी मिश्रा ने अपनी कविताओं से श्रोताओं को भाव-विभोर कर दिया। प्रीति कोठारी जी ने अंग्रेजी कविता प्रस्तुत कर कार्यक्रम को एक नया रंग दिया।
इस आयोजन में आर्जव मोदी ने अपनी कहानी के माध्यम से प्रेम में पड़े पुरुष की भावनाओं को बहुत खूबसूरती से सबके सामने प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम की खास बात रही 11 वर्षीय हिमान्या शर्मा, जो सबसे कम उम्र की कलाकार थीं। हिमान्या ने गुजरात पर लिखी अपनी कविता का पाठ करके सभी का दिल जीत लिया।
मुख्य अतिथि, गुलाम फरीद व्होरा जी, ने कथांकन की पूरी टीम को इस शानदार आयोजन के लिए शुभकामनाएं दीं। इसके साथ ही, मंच पर उर्मिला उर्मी जी, शाहजहां शाद जी, विनू गौतम जी, और राज शर्मा जी ने अपनी रचनाओं का पाठ किया और कथांकन को अपने स्नेह व आशीर्वाद से लाभान्वित किया।
इस आयोजन के साथ ही एक पुस्तक मेला भी आयोजित किया गया, जिसमें कई लेखकों की किताबें प्रदर्शित की गईं। इस दौरान, राज पटेल, प्रीति कोठारी, और नीति शर्मा ने अपनी किताबों के साथ शिरकत की। इसके अलावा, लोगों ने कथांकन पब्लिकेशन हाउस द्वारा प्रकाशित पुस्तकों को भी खूब सराहा।
कथांकन ने इस कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए मिस्टर कैफ़े की पूरी टीम, खासकर अंकिता जी, का आभार व्यक्त किया, जिनकी मेजबानी और शानदार व्यवस्था ने इस शाम को और भी यादगार बना दिया।
कार्यक्रम के अंत में कथांकन की टीम ने घोषणा की कि अनम्यूट सीजन 2 के तहत आगे भी ऐसे और कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जहां कला, साहित्य और शब्दों का यह जादू जारी रहेगा। यह कार्यक्रम सूरत में साहित्य प्रेमियों के लिए एक यादगार शाम साबित हुआ, जहां कविताओं, कहानियों, और शायरी का अनूठा संगम देखने को मिला।