सूरत : रघुकुल समाधान कमेटी की 32 वी बैठक में पेमेंट संम्बंधी समस्याओं की हुई सुनवाई
कर्मचारी सुरक्षा बीमा के साथ बांग्लादेश की स्थिति पर चिंता व्यक्त की
शनिवार को रघुकुल मार्केट समाधान कमेटी की 32 वीं साप्ताहिक मीटिंग सम्पन्न हुई। मीटिंग में मुख्य रूप से फसे हुए पेमेंट सम्बंधित समस्या के अलावा बांग्लादेश की वर्तमान स्थिति से सूरत के कपड़ा व्यापारियों को आ रही समस्याओं से बाहर निकालने हेतु विचार विमर्श किया। बांग्लादेश से व्यापारिक लेन-देन बंद हो जाने व पेमेंट रुक जाने के साथ वहां हो रहे अत्याचारों पर चिंता व्यक्त की गई। दिनों दिन स्थितियां खराब होने से व्यापार में बड़ी समस्या के रूप में उभार आने लगा है। बांग्लादेश के वर्तमान परिदृश्य में व्यापारियों का काफी पैसा डूबने की स्थिति में व्यापारियों को चिंता में डाल दिया है। हाल में बांग्लादेश की समस्या का निराकरण होता नहीं दिख रहा है। जिससे बांग्लादेश व कोलकाता का व्यापार करने वाले आढ़तिया एजेंट व व्यापारियों की चिंता को और बढा दिया है। कोलकाता के अलावा अन्य मंडियों के 1,22,88,475 रुपए की मामले सामने आए हैं।
रघुकुल समाधान कमिटी द्वारा चलाए जा रहे स्टेट बैंक और पोस्ट ऑफिस के सुरक्षा बीमा अभियान में अब तक 302 लोग लाभान्वित हो चुके हैं। सुरक्षा बीमा का लाभ लेने वाले सभी कर्मचारी व व्यापारी का पास बुक वितरण हुआ। कोलकाता से जुड़े हुए व्यापारी ने पोस्टर लेकर प्रोटेस्ट भी किया बांग्लादेश में हो रहे हिन्दुओं पर अत्याचार के खिलाफ प्रधानमंत्री को पत्र भेजा गया।
मीटिंग के दौरान रघुकुल मार्केट के अध्यक्ष श्रवण मंगोटिया, सेवा हॉस्पिटल से अशोक गोयल व राजीव ओमर,उपाध्यक्ष संतोष अग्रवाल,एडवोकेट सचिन धुग्गे, पार्थ देवड़ा, गीता सोलंकी, राकेश मौर्य, संतोष अग्रवाल,स्टेट बैंक के अधिकारी समेत बड़ी संख्या में व्यापारी उपस्थित रहे।
कोलकाता-बांग्लादेश के व्यापारिक माहौल सामान्य : पंकज पांडेय
बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार की तख्ता पलट के बाद से ही कोलकाता से बांग्लादेश भेजे जाने वाले कपड़ों को लेकर पेमेंट के बारे में अफवाह फैलाई जा रही है। लेकिन कोलकाता एवं बांग्लादेश के बीच व्यापारिक माहौल बिल्कुल सामान्य है और सुव्यस्थित व्यापारिक आदान-प्रदान हो रहा है।
पंकज टेक्सटाइल एजेंसी के पंकज पांडे ने बताया कि मेरा पूर्णतः कोलकाता मंडी का ही कारोबार है। शेख हसीना सरकार की तख्ता पलट के बाद कुछ दिनों तक स्थिति खराब रही, लेकिन इन दिनों वहां का व्यापारिक माहौल बिल्कुल सामान्य है और कोलकाता के मंडी से पूर्व की तरह कारोबार हो रहा है। यही नहीं बल्कि कोलकाता मंडी के कारोबारी सामान्य रूप से भुगतान भी कर रहे हैं। इसलिए बांग्लादेश और कोलकाता मंडी में सूरत के व्यापारी के रुपये फंसने की बात कोरी अफवाह है। हालांकि व्यापार में उतार-चढ़ाव तो सामान्य प्रक्रिया है। उन्होंने कहा कि भले ही बांग्लादेश में आंतरिक बवाल होता हो, लेकिन व्यापार पूर्ववत हो रहा है। अभी हाल ही में कोलकाता के 10 कपड़ा कारोबारी व्यापार के सिलिसले में बांग्लादेश गये हुए हैं।