आरबीआई के फैसले से शेयर बाजार में तेजी थमी, सेंसेक्स 56.74 अंक टूटा

आरबीआई के फैसले से शेयर बाजार में तेजी थमी, सेंसेक्स 56.74 अंक टूटा

मुंबई, छह दिसंबर (भाषा) स्थानीय शेयर बाजार में पिछले पांच दिनों से जारी तेजी पर शुक्रवार को विराम लग गया। उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में प्रमुख सूचकांक बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी मामूली गिरावट के साथ बंद हुए।

भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समीक्षा में नीतिगत दर को यथावत रखने के साथ वित्त वर्ष 2024-25 के लिए आर्थिक वृद्धि अनुमान को कम करने के बाद बाजार में उतार-चढ़ाव आया।

कारोबार के अंत में 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 56.74 अंक यानी 0.07 प्रतिशत गिरकर 81,709.12 पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान इसने 81,925.91 के ऊपरी स्तर और 81,506.19 के निचले स्तर को छुआ।

इसके पहले के पांच कारोबारी दिनों में सेंसेक्स 2,722.12 अंक यानी 3.44 प्रतिशत उछल गया था।

एनएसई का सूचकांक निफ्टी भी 30.60 अंक यानी 0.12 प्रतिशत गिरकर 24,677.80 पर बंद हुआ।

सेंसेक्स के शेयरों में अदाणी पोर्ट्स, भारती एयरटेल, एशियन पेंट्स, इंडसइंड बैंक, बजाज फिनसर्व, रिलायंस इंडस्ट्रीज, इन्फोसिस, अल्ट्राटेक सीमेंट, एचडीएफसी बैंक, एचसीएल टेक्नोलॉजीज और आईसीआईसीआई बैंक में गिरावट आई।

दूसरी तरफ टाटा मोटर्स, एक्सिस बैंक, मारुति, लार्सन एंड टुब्रो, आईटीसी और टाटा स्टील के शेयर नुकसान में रहे।

बीएसई स्मॉलकैप सूचकांक में 0.60 प्रतिशत और मिडकैप सूचकांक में 0.36 प्रतिशत की तेजी आई।

क्षेत्रवार सूचकांकों में धातु खंड में 1.17 प्रतिशत, उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुओं में 1.16 प्रतिशत, वाहन खंड में 0.92 प्रतिशत, सेवा खंड में 0.82 प्रतिशत और उपभोक्ता विवेकाधीन वस्तुओं में 0.63 प्रतिशत की तेजी आई। वहीं तकनीकी और आईटी शेयरों में गिरावट रही।

मेहता इक्विटीज लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) प्रशांत तापसे ने कहा कि बाजार में सतर्कता का माहौल बना हुआ है, लेकिन विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की वापसी बड़ी राहत लेकर आई है।

साप्ताहिक आधार पर सेंसेक्स में 1,906.33 अंक यानी 2.38 प्रतिशत की तेजी रही जबकि निफ्टी में 546.7 अंक यानी 2.26 प्रतिशत की बढ़त रही।

रिजर्व बैंक ने मुद्रास्फीति के जोखिमों का हवाला देते हुए अपनी प्रमुख नीतिगत दर को अपरिवर्तित रखा, लेकिन बैंकों में पर्याप्त नकदी बनाये रखने के मकसद से नकद आरक्षित अनुपात (सीआरआर) में कटौती कर दी।

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ''सीआरआर को कम करने से वित्तीय प्रणाली में 1.16 लाख करोड़ रुपये आएंगे। इस तरह से आरबीआई नकदी बढ़ाकर आर्थिक वृद्धि को प्रोत्साहित करना चाहता है।''

शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, एफआईआई ने बृहस्पतिवार को 8,539.91 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की खरीद की।

एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया के कास्पी और जापान के निक्की में गिरावट दर्ज की गई, जबकि चीन के शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग के हेंगसेंग में बढ़त दर्ज की गई।

सूरोप के बाजारों में मिला-जुला रुख रहा। अमेरिकी बाजार बृहस्पतिवार को गिरावट के साथ बंद हुए।

वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.46 प्रतिशत गिरकर 71.76 डॉलर प्रति बैरल पर रहा।