वाशिंगटन : ब्रिक्स देशों को ट्रम्प की धमकी, नई करेंसी बनाई तो लगा देंगे सौ फीसदी टैरिफ
ब्रिक्स के सदस्य देशों में भारत के साथ-साथ रूस, चीन, ब्राजील, साउथ अफ्रीका, मिस्र, ईरान, यूएई और इथियोपिया शामिल हैं
वाशिंगटन, 1 दिसंबर (हि.स.)। अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने शनिवार को ब्रिक्स देशों को धमकाया है। ट्रम्प ने धमकी दी है कि अगर ब्रिक्स देश अपनी कोई नई करेंसी लेकर आते हैं और अमेरिकी डॉलर से व्यापार नहीं करते तो उन पर सौ फीसदी टैरिफ लगाया जा सकता है। ब्रिक्स के सदस्य देशों में भारत के साथ-साथ रूस, चीन, ब्राजील, साउथ अफ्रीका, मिस्र, ईरान, यूएई और इथियोपिया शामिल हैं।
नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने पद संभालने से पहले ही अपने तेवर दिखा दिए हैं। ट्रम्प ने मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर लिखा, 'हमें इन देशों से एक प्रतिबद्धता की जरूरत है कि वे न तो एक नई ब्रिक्स मुद्रा बनाएंगे, न ही शक्तिशाली अमेरिकी डॉलर को बदलने के लिए किसी अन्य मुद्रा को वापस लेंगे या उन्हें 100% टैरिफ का सामना करना पड़ेगा। या फिर अमेरिका के बाजार को अलविदा कहना होगा।'
इसके साथ ही उन्होंने लिखा, 'ऐसे देश किसी अन्य मार्केट की तलाश कर सकते हैं। ऐसी कोई संभावना नहीं है कि ब्रिक्स अंतरराष्ट्रीय व्यापार में अमेरिकी डॉलर की जगह ले लेगा और जो भी देश ऐसा करने की कोशिश करेगा उसे अमेरिका को अलविदा कह देना चाहिए।'
खास बात यह है कि हाल के महीनों में ब्रिक्स देश अमेरिकी डॉलर के बजाय अपनी नई करेंसी या अन्य विकल्पों पर विचार कर रहे हैं। पिछले महीने ही ब्रिक्स समिट हुआ था जिसमें नई करेंसी पर चर्चा हुई थी। मगर डोनाल्ड ट्रंप की इस धमकी के बाद ब्रिक्स देशों को एक बार फिर सोचने पर मजबूर कर दिया है।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले ट्रम्प ने सोमवार को घोषणा की कि पदभार ग्रहण करते ही वह कनाडा और मैक्सिको से आने वाले सभी उत्पादों पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाएंगे। उन्होंने कहा कि वह तब तक टैरिफ लागू रखेंगे, जब तक दोनों देश अपने क्षेत्रों से अवैध रूप से अमेरिका में ड्रग्स और अप्रवासियों के प्रवाह को नहीं रोकते।