नई दिल्ली : कोच गौतम गंभीर के साहसिक निर्णयों से भारतीय खिलाड़ियो में लौटा आत्मविश्वास
गंभीर की अगुआई वाली भारत ने ताकत और दृढ़ संकल्प दिखाया
नई दिल्ली, 25 नवंबर (हि.स.)। भारत ने यशस्वी जायसवाल, केएल राहुल और विराट कोहली की शानदार बल्लेबाजी की बदौलत ऑस्ट्रेलिया के सामने 534 रनों का चुनौतीपूर्ण लक्ष्य रखकर बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के पहले टेस्ट मैच में अपनी स्थिति मजबूत कर ली है। तीसरे दिन का खेल टीम इंडिया के लिए शानदार रहा, जिसने महज 4.2 ओवर में तीन महत्वपूर्ण विकेट चटकाए और मेहमान टीम अब पांच मैचों की सीरीज में पहला मैच जीतने की ओर अग्रसर है।
भारत ने न्यूजीलैंड के खिलाफ हाल ही में घरेलू सीरीज के बाद धैर्य और लचीलापन दिखाया है, और रविवार को बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बढ़त हासिल की। कुछ दबाव में होने के बावजूद, भारतीय हेड कोच गौतम गंभीर ने सीरीज की तैयारी के दौरान अपने खिलाड़ियों का पूरा समर्थन किया है।
विराट कोहली की बल्लेबाजी और सीरीज से पहले उनके फॉर्म पर सवाल उठाए जा रहे थे। हालांकि, गंभीर ने पूरे समय अनुभवी खिलाड़ी का साथ दिया और कोहली ने उन पर दिखाए गए भरोसे को सही साबित किया। उन्होंने अपने करियर का 30वां टेस्ट शतक जड़ा और भारत को ऑस्ट्रेलिया के सामने एक बड़ा लक्ष्य रखने में मदद की। कोहली ने जैसे ही 143 गेंदों में अपना शतक पूरा किया, भारत की पारी घोषित कर दी गई। इसके बाद बीसीसीआई द्वारा अपने सोशल मीडिया हैंडल पर जारी किए गए वीडियो में उन्हें पारी के बाद ड्रेसिंग रूम में अपने मुख्य कोच को गले लगाते हुए देखा गया।
गंभीर ने बल्लेबाजी क्रम बदलने और केएल राहुल को जायसवाल के साथ ओपनिंग करने के लिए भेजने का फैसला भी कारगर साबित हुआ। दोनों ने 383 रनों में 201 रनों की साझेदारी की और ऑस्ट्रेलिया में भारत के लिए सबसे बड़ी ओपनिंग साझेदारी का रिकॉर्ड बनाया। केएल राहुल ने अपनी भूमिका निभाई और क्रीज पर डटे रहे, जिससे पारी की शुरुआत से ही लय बनी रही, जबकि जायसवाल ने भी अपना शतक पूरा किया।
गंभीर पर सीरीज से पहले हर्षित राणा और नितीश रेड्डी को मौका देने पर भी सवाल उठाए गए थे, लेकिन मैदान पर उनके प्रदर्शन से उन सवालों के भी जवाब मिल गए हैं। हर्षित ने दूसरी पारी में तीन विकेट लिए और अपने डेब्यू मैच में ही सबका ध्यान अपनी ओर खींचा। दूसरी ओर, नितीश ने दोनों पारियों में बल्ले से अपनी पकड़ बनाए रखी। उन्होंने सिर्फ 27 गेंदों में 38 रन की पारी खेली और भारत को 500 रन के पार ले जाने में मदद की।
पहले टेस्ट में दो दिन बचे हैं और भारत सीरीज में शुरुआती बढ़त लेने के लिए तैयार है। न्यूजीलैंड के हाथों घरेलू धरती पर लगातार तीन हार झेलने के बाद, गंभीर की अगुआई वाली भारत ने फिर से कहानी बदलने और टेस्ट प्रारूप में अपना दबदबा बनाए रखने के लिए बहुत ताकत और दृढ़ संकल्प दिखाया है।