सूरत : राशन कार्ड ई-केवाईसी की समस्या, कांग्रेस ने आपूर्ति अधिकारी को घेरा
लंबी कतारें, भ्रम और असुविधा से जूझ रहे सूरतवासी : कांग्रेस का आरोप
सूरत : राशन कार्ड में ई-केवाईसी की अनिवार्यता से सूरतवासियों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। लंबी कतारें, भ्रम और असुविधा ने लोगों को परेशान कर रखा है। इस मुद्दे पर शहर कांग्रेस अध्यक्ष धनसुख राजपुत, सूरत शहर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीशकुमार सूर्यवंशी, कांग्रेस प्रवक्ता कल्पेश बारोट, फिरोज मलेक सहित कांग्रेस के पदाधिकारियो ने जिला आपूर्ति अधिकारी कोको घेरते हुए कई सुझाव दिए हैं।
सूरत शहर कांग्रेस का आरोप है कि राज्य सरकार लगातार लोगों को परेशान करने के लिए नए-नए हथकंडे अपना रही है। छात्रवृत्ति के बाद अब राशन कार्ड में भी ई-केवाईसी अनिवार्य कर दिया गया है। इससे लोगों को आपूर्ति क्षेत्र कार्यालयों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं।कांग्रेस ने इस समस्या के समाधान के लिए कई सुझाव दिए है। माता-पिता और छात्रों के लिए अलग-अलग केवायसी खिड़कियां बनाई जाएं।
एक दिन के बजाय दो-तीन दिनों में ई-केवाईसी पूरी की जाए। कर्मचारियों की संख्या बढ़ाई जाए। सस्ते अनाज दुकानदारों को भी ई-केवाईसी करने की अनुमति दी जाए।
कॉमन सर्विस सेंटरों के माध्यम से भी ई-केवाईसी की सुविधा उपलब्ध कराई जाए। माय राशन ऐप को बेहतर बनाया जाए। ऐप को दुरुस्त करके घर बैठे ई-केवाईसी की सुविधा दी जाए।
डिजिटल गुजरात वेबपोर्टल पर सुविधा जोड़ी जाए। आधार सीडिंग न होने पर भी ऑनलाइन ई-केवाईसी की सुविधा दी जाए।आपातकालीन मामलों में छूट दी जाए। आपातकालीन चिकित्सा और वरिष्ठ नागरिकों के लिए छूट दी जाए।
कलेक्टर नियमित रूप से जोन कार्यालयों का दौरा करें ताकी सुविधाएं बढ़ाई जाएं। जोन कार्यालयों में पानी, बैठने की व्यवस्था, पंखे और रोशनी की उचित व्यवस्था की जाए।ऑनलाइन दस्तावेजों की मांग बंद की जाए। आधार कार्ड, पैन कार्ड आदि के ऑनलाइन दस्तावेज जमा करने के बाद आगे की कार्रवाई की जाए।
राशन कार्ड में नामों की गलतियों को दूर किया जाए। योग्य कर्मचारियों की भर्ती की जाए। केवल गुजराती और अंग्रेजी जानने वाले कर्मचारियों को ही भर्ती किया जाए। कंप्यूटर ऑपरेटरों की गलतियों को सुधारने के लिए एक व्यक्ति को नियुक्त किया जाए।