सूरत : कपड़ा मार्केट में सन्नाटा होने से डिस्पैचिंग कार्य अभी भी ठप
दो-तीन दिनों में एक-दो ट्रकें भेजे जा रहे हैं पार्सल, दुकानें बंद होने से गुड्स रिटर्न भी आ रहे हैं वापस : युवराज देशले
दीपावली पर्व के बीते तकरीबन 12 दिन हो गए। छठ महापर्व भी सकुशल संपन्न हो गया है। कपड़ा मार्केट में तेजी होने के बावजूद 12 दिनों के बाद भी कपड़ा मार्केट में तकरीबन 30 से 35 प्रतिशत ही दुकानें खुली हुई है। उनमें भी मात्र 15 से 20 प्रतिशत ही काम हो रहे हैं। आलम यह है कि ट्रांसपोर्ट में मात्र 10 से 15 प्रतिशत ही पार्सल आ रहे हैं। जिसे एकत्रित कर ट्रांसपोर्टर दो-तीन दिनों में एक-दो ट्रक पार्सल डिस्पैच कर उसे बाहर की मंडियों के लिए रवाना कर रहे हैं। यही नहीं बल्कि कपड़ा मार्केट में अधिकांश दुकानें बंद होने से बाहर की मंडियों से आने वाले गुड्स रिटर्न्स (जीआर) भी वापस आ रहे हैं।
सूरत टेक्सटाइल गुड्स ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के प्रमुख युवराज देशले ने बताया कि दीपावली से पूर्व कपड़ा मार्केट में जबरदस्त तेजी का माहौल था, जिससे ऐसा प्रतीत हो रहा था कि दिवाली के बाद लाभ पांचम से कपड़ा मार्केट खुल जाएगा और कामकाज शुरु हो जाएगी, लेकिन आज 12 दिन के बाद भी कपड़ा मार्केटों में सन्नाटा पसरा हुआ है। लाभ पांचम से अब तक कपड़ा मार्केटों में जो भी दुकानें खुली भी है उनमें चार व्यक्तियों में से कोई एक व्यक्ति सिर्फ बैठा हुआ है। काम तो हो ही नहीं रहा है। उन्होंने कहा कि गुरुवार, शुक्रवार और शनिवार तक दीपावली से पूर्व के पार्सल ट्रांसपोर्ट में आए हैं। अब सोमवार से रूटीन के मात्र 10 से 15 प्रतिशत ही पार्सल आ रहे हैं।
युवराज देशले ने बताया कि अभी जो व्यापारी बंधु, कर्मचारी वर्ग एवं श्रमिक गांव गए हुए हैं अथवा बाहर घूमने गये हैं वे सब अभी तक नहीं आये हैं। उन्हें आकर कामकाज शुरु करने और व्यापार को रूटीन होने में अभी एक हफ्ते का वक्त लगेगा। उन्होंने कहा कि मंगलवार को देव उठनी एकादशी संपन्न होने के साथ ही शादी विवाह आदि मांगलिक प्रसंग शुरू होने के साथ अनेक धार्मिक, सामाजिक एवं आध्यात्मिक कार्य कार्यक्रम होंगे। जिसमें लोगों की संलिप्तता होने से उनके आने में और भी विलंब हो सकता है। हालांकि एक सप्ताह में सभी कामकाज रूटीन हो जाने की उम्मीद है।