सूरत : बिहार विकास परिषद् सूरत द्वारा अस्ताचलगामी भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया गया
इस्कॉन मंदिर के पीछे, जहांगीरपुरा एवं डभोली छठ घाट, वेड रोड ताप्ती नदी तट पर छठ पर्व धूमधाम से मनाई गई
बिहार विकास परिषद् सूरत द्वारा आयोजित छठ पूजा पिछले तीन दशक से बड़े ही हर्ष उल्हास से मना रही है। परिषद् के पदाधिकारी, कार्यकर्ता, सूरत महानगर पालिका, सूरत पुलिस, फायरब्रिगेड के सहयोग से तापी आरती छठ घाट, इस्कॉन मंदिर के पीछे, जहांगीरपुरा एवम् डभोली छठ घाट, वेड रोड ताप्ती नदी तट पर छठ पूजा धूमधाम से मनाई गई।
इस्कॉन मंदिर के पीछे तापी तट पर लगभग एक किलोमीटर लम्बी जगह की साफ़ सफाई कर अस्थाई घाट तैयार किया गया था। तापी नदी में पानी काफी होने के कारण कई छठ व्रती महिलाओं को कमर तक कीचड में खड़े रहकर सूर्य देव की पूजा करनी पड़ी, और कई महिलाओ को पकड़ कर खींचकर निकालना पड़ा।
अग्निशामक दल की भी टीम तापी नदी के किनारे नाव से फायर ब्रिगेड के जवान गस्त लगाते रहे। इसी क्रम में सूरत पुलिस की टीम भी सुरक्षा के मद्देनजर रखते हुए उच्च अधिकारियों के साथ तापी, आरती छठ घाट पर मौजूद रही। खुद सूरत शहर के पुलिस आयुक्त अनुपम सिंह गहलोत ने इस्कॉन मंदिर के पीछे परिषद द्वारा आयोजित छठ पूजा स्थल पर पहुंच कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया और अपने पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को दिशानिर्देश दिया और सूरत महानगर पालिका आयुक्त से भी फ़ोन पर बात करके अपने विचार से अवगत कराया।
गुरुवार 7 नवंबर, 2024 को डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया गया। इस बार उत्तर भारतीयों के लगभग 75000 व्रत करने वाले (छठ व्रती) श्रद्धालु, परिवार के सदस्य और मित्रगण महापर्व छठ पूजा में भाग लिया। आयोजन स्थल, इस्कॉन मंदिर के पीछे, जंहागीरपुरा, एवं बिहार विकास परिषद, वेड रोड़ शाखा ने डाभोली तापी नदी के तट पर ही छठ व्रती और उनके साथ रहने वाले श्रद्धालु के रहने और खान पान की पुरी वयस्था बिहार विकास परिषद् की तरफ से की गई है। इस छठ पुजा में सूरत के कई उद्योगपति, प्रशासनिक सेवा से जुड़े कई अधिकारी गण, शहर के अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थिति रहे और डूबते सूर्य को नमन किया।प्रकृति के अंतिम स्वरूप और ऊर्जा के अक्षुण्ण श्रोत, भगवान भास्कर की अराधना के महापर्व 'छठ' की शुभकामनाएँ।