सूरत : दांत दर्द की शिकायत पर सिविल अस्पताल लाए गए नारायण साईं
साधारण पोशाक में और बिना हथकड़ी के लाया गया जेल से
सूरत: लाजपोर जेल में बंद आसाराम बापू के बेटे नारायण साईं को गुरुवार को दांत दर्द की शिकायत के चलते सूरत सिविल अस्पताल लाया गया। जेल के कपड़ों की बजाय साधारण पोशाक में और बिना हथकड़ी के नारायण साईं को मेडिकल जांच के लिए अस्पताल लाया गया।
जानकारी के अनुसार, नारायण साईं पिछले कई सालों से विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे हैं। दांत और जबड़े की बीमारी उनकी पुरानी समस्याओं में से एक है। इसीलिए उन्हें अक्सर इलाज के लिए अस्पताल लाया जाता है।
एक समय में आश्रमों में विलासितापूर्ण जीवन जीने वाले नारायण साईं अब जेल की सलाखों के पीछे जीवन बिता रहे हैं। साल 2019 में बलात्कार के मामले में उन्हें उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी। तब से वह लाजपोर जेल में बंद हैं।
हालांकि नारायण साईं को साधारण पोशाक में लाया गया था, लेकिन अस्पताल में पुलिस की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। पुलिस दल के साथ नारायण साईं को अस्पताल लाया गया और पूरे समय उनकी निगरानी रखी गई।
सूरत की एक महिला ने 2013 में नारायण साईं के खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज कराया था। पुलिस ने इस मामले में कई गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया था और साल 2019 में कोर्ट ने नारायण साईं को दोषी करार देते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई थी।
नारायण साईं को दांत दर्द की शिकायत के चलते सूरत सिविल अस्पताल लाया गया। जेल के कपड़ों की बजाय साधारण पोशाक में और बिना हथकड़ी के नारायण साईं को अस्पताल लाया गया। हालांकि अस्पताल में पुलिस की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी।