सूरत :  धीरे-धीरे कम होता जा रहा है ऑफलाइन रिटेल गारमेंट का कारोबार

 ग्राहक आज ऑनलाइन खरीदी करते हैं नहीं तो शोरूम में जाना पसंद करते हैं

सूरत :  धीरे-धीरे कम होता जा रहा है ऑफलाइन रिटेल गारमेंट का कारोबार

हाल में दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रहे डिजिटल को कारोबार से ऑफलाइन कारोबार बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है। जहां एक ओर बड़े कारोबारी ऑफलाइन ऑनलाइन दोनों तरीके से कारोबार करते हुए अपने कारोबार को आगे बढ़ा रहे हैं, वहीं छोटे कारोबारी ऑफलाइन व्यापार कर कठिनाई महसूस कर रहे हैं। दिनों दिन उनका कारोबार काम होता जा रहा है, जिससे उन्हें 365 दिन के खर्च निकालना भी बमुश्किल हो रहा है। 

पिछले साल की तुलना में इस वर्ष आधा कारोबार : प्रवेश मोहता 

रोहित टेक्सटाइल स्थित ओम स्वास्तिक क्रिएशन के प्रवेश मोहता ने लोकतेज से बताया कि हाल के दिनों में कारोबार बुरी तरह से प्रभावित है। हाल के दिनों गारमेंट कपड़ों की मांग जैसे है ही नहीं। दुकान पर इक्का-दुक्का ग्राहक ही आते-जाते रहते हैं। उन्होंने ने बताया कि गारमेंट का मैन्युफैक्चर भी हूं और ट्रेडिंग भी करता हूं, लेकिन इन दोनों मार्केट में कोई ग्राहकी देखने को नहीं मिल रही है। पिछले साल दीपावली के समय की तुलना में इस वर्ष आधा यानी तकरीबन 40-50 प्रतिशत कारोबार इस समय है। ग्राहकी सुस्त होने के कारण को बताते हुए उन्होंने कहा कि ऑनलाइन ने ऑफलाइन कारोबार को पूरी तरीके से चौपट कर रखा है। ग्राहकों का ऑनलाइन खरीदी का रुझान बढ़ने के कारण ऑफलाइन व्यापार करते छोटे कारोबारी पूरी तरीके से प्रभावित है।

बड़े व्यापारी हमेशा नया करने के बारे में सोचते रहते हैं और करते भी हैं  : गौरव भसीन 

इस संदर्भ में ऑनलाइन ऑफलाइन कारोबार से जुड़े गौरव भसीन ने लोकतेज से बताया कि हाल के दिनों में दोनों प्रकार से व्यापार करने वाले ही सफल होंगे, अन्यथा छोटे कारोबारी दिनों दिन परेशान होते जाएंगे। जिसका मुख्य कारण है की छोटे कारोबारी कुछ नया नहीं कर पाएंगे या कुछ नया करने का हिम्मत नहीं जुटा पाते। जिस व्यापारी का 5 करोड़ वार्षिक कम सेल है तो वह नया सैंपल बनाकर नई वैरायटी बनाने के बारे में सोच सकता है। जबकि उससे छोटे व्यापारी तो नये सैंपल के बारे में सोच भी नहीं सकते है। इससे अलग बड़े व्यापारी हमेशा नया करने के बारे में सोचते रहते हैं और करते भी हैं और उसका लाभ भी उन्हें मिलता है। 

गौरवभाई ने यह भी बताया कि आज कारोबार का ट्रेड़ बदल चुका है। अब ग्राहक या तो ऑनलाइन खरीदी करते हैं नहीं तो शोरूम में जाना पसंद करते हैं, जहां उन्हें वैरायटी, रेंज और रेट देखने को मिलता है। हाल के दिनों में 25-50 लाख लगाकर कारोबार करने वाले बुरी तरीके से प्रभावित है। उन्होंने बताया कि इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार पिछले 7 दिन में 54500 रुपये की ऑनलाइन खरीदी हुई है। यह आंकड़े बताते हैं कि ग्राहक किस ओर मुड़ रहे हैं। आज के परिवेश में यदि ग्राहक के पास समय नहीं है तो वह ऑनलाइन खरीदी को तवज्जों देता है। यदि अवकाश है तो परिवार के साथ खरीदी करने करना पसंद करते, जिससे उनका घूमना भी ह जाता है और खरीदी भी हो जाती है। 

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