दशहरा पर घर में कर लें ये वास्तु उपाय, बुराइंया रहेगी घर से दूर

दशहरा पर घर में कर लें ये वास्तु उपाय, बुराइंया रहेगी घर से दूर

दशहरा अर्थात विजयादशमी का त्योहार, यह पर्व सम्पूर्ण भारत में अत्यधिक धूम धाम से मनाया जाता है। इस त्योहार को मनाने के पीछे दो महत्वपूर्ण पौराणिक कथाएं जुड़ी हूई हैं। ज्योतिष और वास्तु एक्सपर्ट अर्चना गोयल ने इसके बारे में जानकारी दी है। पुराणों के अनुसार जब महिषासुर से सारी पृथ्वी परेशान हो चुकी थी तब सभी ने मां दुर्गा का आव्हान किया।  लगातार 9 दिनों के आव्हान एवं उपासना के पश्चात 10वें दिन  मां दुर्गा प्रसन्न हुई और उन्होंने  दशहरे के दिन ही महिषासुर का वध किया। वहीं दूसरी कथा अनुसार जब रावण ने माता सीता का अपहरण किया तब प्रभु श्री राम माता सीता को रावण से छुड़ाने के लिए कई सारे प्रयत्न कर रहे थे, तब उन्होंने अश्विन नवरात्रि के दौरान ही नौ दिनों तक माता की उपासना की थी। इन 9 दिनों तक माता की उपासना  करने के पश्चात श्री राम जी को मां दुर्गा ने विशेष शक्तियां प्रदान की जिससे श्री राम ने 10वें दिन रावण का वध किया।
 
दोनों ही कथाओं के अनुसार दशहरा बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना जाता है। दोनों कथाओं के अनुसार इन 9 दिनों तक मां दुर्गा की पूजा के पश्चात 10वें दिन अर्थात दशहरे के दिन पर ब्रह्मांड में कुछ विशेष परिवर्तन होते हैं तथा आध्यात्मिक तरंगों की गतिविधियां बढ़ जाती है। ऐसे में इस दौरान किए गए कुछ विशेष कार्य आपके घर एवं आत्मा को बुराइयों से मुक्त कर उसे शुद्ध बना सकते हैं।
 
ज्योतिष एवं वास्तु विशेषज्ञों के अनुसार दशहरे के दिन ग्रहों का भी कुछ विशिष्ट सहयोग बनता है। इस विशिष्ट सहयोग की वजह से सावधानीपूर्वक और योजनाबद्ध तरीके से किए गए कार्यों का निश्चित रूप से व्यक्ति को फल मिलता है। 
 
अर्चना गोयल ने बताए वास्तु उपाय
 
ज्योतिष और वास्तु एक्सपर्ट अर्चना गोयल ने दशहरे के त्यौहार के दौरान किए जाने वाले कुछ विशेष वास्तु उपायों के बारे में बताया है। अर्चना गोयल देश की जानी-मानी ज्योतिष शास्त्र, वास्तु शास्त्र एवं अंक शास्त्र विशेषज्ञ है। उन्हीं के द्वारा जांचे और परखे उपायों का विवरण आपके सामने प्रस्तुत कर रहे हैं, जिसके माध्यम से आप यह जान सकेंगे कि किस तरह दशहरे के दिन ब्रह्मांड की तरंगे हमारे जीवन को प्रभावित करती हैं और इस दौरान किस प्रकार हम आसान परंतु प्रभावशाली उपाय कर अपने घर से नकारात्मक ऊर्जा और बुराइयों को दूर कर सकते हैं।
 
दशहरे के दौरान घर से बुराइयों एवं नकारात्मक ऊर्जा को सदैव के लिए दूर करने हेतु वास्तु संगत उपाय :
 
बहते पानी में प्रवाहित करें नारियल:  अपने घर से एवं अपने मन से बुराइयों एवं नकारात्मकता को दूर करने के लिए आपको दशहरे के एक दिन पहले रात को एक नारियल अपने सिरहाने के पास रखकर सोना होगा। दूसरे दिन प्रातः काल आपको इस नारियल को बहते जल में प्रवाहित करना होगा। ऐसा करने से आपके घर की सारी नकारात्मक ऊर्जा सदा के लिए दूर हो जाती हैं।
 
तिजोरी में रखें माता के सामने रखे गए जौ (जयंती): नवरात्रि की पूजा के दौरान जौ (जयंती) का इस्तेमाल किया जाता है । आप नवरात्रि के नौवें दिन कलश के पारण या विसर्जन के पश्चात इसमें से निकली जौ को लाल कपड़े में बांधकर अपनी तिजोरी में रख सकते हैं।  ऐसा करने से आपके घर में सदैव सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है।
 
घर लाएं रावण दहन की लकड़ी अथवा राख: दशहरे के दिन जगह-जगह पर रावण दहन किया जाता है । रावण दहन के दौरान आप रावण दहन की लकड़ी अथवा राख को लाकर भी अपने घर पर रख सकते हैं । आप इस लकड़ी अथवा राख को घर में लाल कपड़े में बांधकर मुख्य द्वार पर भी टांग सकते हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार रावण दहन की लकड़ी अथवा राख को घर पर रखने से आपके घर की नकारात्मक ऊर्जा सदा-सदा के लिए बाहर चली जाती है।
 
घर में आयोजित करें हवन: वास्तु शास्त्र के अनुसार दशहरे के दिन आकाशीय पिंडो की स्थिति कुछ इस प्रकार होती है कि, इस दिन यदि आप अपने घर में परिवार के साथ बैठकर हवन करते हैं तो आपके घर से सारी काली नजर हमेशा के लिए नष्ट हो जाती है। इस दिन कोशिश करनी चाहिए कि आप घर में किसी खुली जगह पर हवन करें। ऐसे में हवन से उठने वाला धुआं जब घर के कोने-कोने में जाता है तो घर के कोने-कोने से नकारात्मक ऊर्जा हमेशा के लिए बाहर चली जाती है।
 
दक्षिण दिशा में जलाएं चौमुखी दीपक: यदि आप अपने घर से नकारात्मक ऊर्जा और बुरी नजर को हमेशा के लिए दूर करना चाहते हैं तो दशहरे के दिन आपको आटे का एक चौमुखी दीपक तैयार करना होगा। इस चौमुखी दीपक को सरसों का तेल डालकर आपको शाम के समय दक्षिण दिशा में जलाना होगा । ऐसा करने से आप पर आपके इष्ट देव की कृपा बनी रहती है और घर से सारी नकारात्मक ऊर्जा समाप्त हो जाती है।
 
लौंग ,कपूर, तेज पत्ते की करें धूनी: वास्तु शास्त्र में लौंग ,कपूर ,तेज पत्ते जैसी घरेलू वस्तुओं का बहुत महत्व माना जाता है। यदि आप  दशहरे के दिन शाम को 7 लौंग ,7  कपूर और 5 तेज पत्ता लेकर जलाते हैं और इसका धुआँ पूरे घर में फैलाते हैं तो ऐसा करने से आपके घर से बुरी नजर हमेशा के लिए दूर हो जाती है ।
 
ईशान कोण में बनाएं रंगोली: दशहरे के दिन यदि कोई दंपति अपने घर के ईशान कोण में  कुमकुम ,लाल रंग के फूल की रंगोली बनाते हैं अथवा अष्ट कमल की आकृति बनाते हैं तो ऐसे घर परिवार पर सदा देवों की कृपा बरसती है और इस ऐसे परिवार से नकारात्मक ऊर्जा हमेशा के लिए विदा हो जाती है।
 
इन वस्तुओं का करें दान:
  • दशहरे के दिन अगर कोई व्यक्ति पीले कपड़े में नारियल लपेटकर, मिठाई ,पान जैसी अन्य वस्तुओं के साथ दान करता है तो ऐसे व्यक्ति के जीवन में सदैव खुशहाली बनी रहती है। व्यक्ति के जीवन से सारी नाकामयाबी और दुख चले जाते हैं और व्यक्ति को जीवन के हर कदम पर कामयाबी मिलती है ।
  • इसके अलावा इस दिन व्यक्ति अन्न और वस्त्र का गुप्त दान भी कर सकते हैं । गुप्त दान करने से मां लक्ष्मी की कृपा हमेशा बनी रहती है और घर से कंगाली ,दरिद्रता एवं नकारात्मकता दूर हो जाते हैं।
  • दशहरे के दिन झाड़ू दान का भी विशेष महत्व माना जाता है।वास्तु शास्त्र के अनुसार इस दिन झाड़ू दान करने से पुराने कर्जों से मुक्ति मिलती है और घर की सभी बलायें टल जाती है।
अपराजिता के फूल के विशेष उपाय : दशहरे के त्यौहार के दौरान प्रकृति में ढेर सारे अपराजिता के फूल खिलते हैं । वास्तु शास्त्र में फूलों और प्राकृतिक वस्तुओं का बहुत महत्व माना जाता है। इस दिन यदि कोई व्यक्ति अपराजिता के फूल के निम्नलिखित उपाय कर ले तो उसके जीवन से सारी बुराइयां दूर होकर हमेशा घर में बरकत बनी रहती है
 
  • दशहरे के दिन यदि कोई व्यक्ति अपराजिता के 7 फूल बड़े से बर्तन में पानी डालकर ईशान कोण में रख देता है तो उस व्यक्ति के घर से क्लेश हमेशा के लिए दूर हो जाता है।
  • इस दिन यदि व्यक्ति चंद्रदेव को अपराजिता के फूल अर्पित करता है तो व्यक्ति की मानसिक स्थिति बेहतर होती है और घर में धन दौलत की वृद्धि होती है।
  • इस दिन यदि कोई व्यक्ति अपराजिता के 11 फूल लेकर एक माला तैयार करता है और इसे घर के मंदिर में चढ़ाता है तो व्यक्ति के घर से सारी बुरी नजर दूर हो जाती है और घर और व्यापार में धन लाभ के संयोग बनते हैं।
  • इस दिन यदि कोई व्यक्ति नहाने के पानी में 5 अपराजिता के फूल डालकर नहा लेता है तो, व्यक्ति पर किसी प्रकार की बुरी नजर या काला साया नहीं पड़ता बल्कि सुख सौभाग्य में वृद्धि होती है।
पूजा के दौरान करें यह विशेष उपाय : वास्तु के अनुसार विजयादशमी के दिन घर पर पूजा के दौरान निम्नलिखित विशेष स्तुति/पाठ से आप अपने घर से हर तरह की बुराई और बीमारी को दूर कर सकते हैं । 
 
  • दशहरे के दिन अपने घर में श्री राम दरबार की स्थापना कर श्री राम की पूजा करने से भी आपके घर की सभी बुराइयों एवं संकटों का विनाश हो जाता है।
  • दशहरे के दिन शमी के पेड़ के पूजन का भी विशेष महत्व होता है। इस दिन शमी के पेड़ की पूजा करने के बाद उसके वृक्ष के पास की मिट्टी लाकर अपने घर में रखने से आपके घर की सारी बुरी और नकारात्मक ऊर्जा समाप्त हो जाती है।
  • दशहरे के दिन दुर्गा सप्तशती अथवा महिषासुरमर्दिनी स्त्रोत का पाठ भी आपके घर से सभी बुराइयों को दूर कर देता है। 
  • इस दिन पूजा के दौरान यदि आप मां लक्ष्मी को कमल का फूल अर्पित कर लक्ष्मी सूक्त का पाठ करते हैं, तो घर पर सदैव मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है और यह स्रोत आपके घर की सदैव रक्षा करता है।
इस प्रकार दशहरे के दिन यदि आप भी यह सारे छोटे परंतु प्रभावशाली उपाय करते हैं, तो आपके घर से हर प्रकार की बुराई का नाश हो जाता है और घर में सदैव सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
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