सूरत : उम्मीद महिला मंडल की पितृ पक्ष के भागवत कथा की पूर्णाहूती
कलियुग में केवल एक भगवत नाम ही इस संसार रूपी माया से जीव का उद्धार कर सकती है : आचार्य धर्मेशजी महाराज
उम्मीद महिला मंडल की पितृ पक्ष के भागवत आयोजन की पूर्णाहूती बड़े धूम धाम से भंडारे के साथ हुई। कथा के अंतिम दिन आचार्य धर्मेशजी महाराज ने सातों दिवस की कथा का सार संक्षिप्त में बड़े ही रोचक अंदाज में समझाया। उन्होंने बताया कि इस कलियुग में केवल एक भगवत नाम ही इस संसार रूपी माया से जीव का उद्धार कर सकती है।
उन्होंने उम्मीद मंडल की तारीफ करते हुए कहा कि मैंने महिला मंडल तो बहुत से देखे पर इस मंडल की खासियत है कि ये धर्मिक कार्य को भी सामाजिक कार्य से जोड़कर लोगों का भला करती है। पिछली भागवत में भी इन्होंने दो गरीब कन्या का विवाह और इस भागवत में भी एक कन्या का कन्यादान किया, जो कई अश्वमेघ यज्ञ के बराबर है। इस के साथ ही उन्होंने व्यासपीठ से 11 गरीब कन्यादान करने का संकल्प भी करवा लिया।
मंडल की फाउंडर प्रेसिडेंट अनीता राठी ने बताया कि इतना बड़ा आयोजन बिना टीम वर्क के संभव नहीं हैं। इसमें उन्हें उम्मीद के सभी सदस्यों का तन, मन, धन से पूर्ण सहयोग मिला। वर्तमान अध्यक्ष मधू फोफलिया ने कार्यक्रम के बाद सभी का धन्यवाद किया। आचार्य जी ने सभी वर्किंग टीम का दुशाला ओढ़ाकर सन्मान किया फाउंडर संगीता राठी,सचिव विमला चांडक, कोषाध्यक्ष किरण भट्टर, कामिनी शर्मा, कविता काबरा, सरिता गट्टानी, स्मिता मालपानी और दीपिका बिहानी, मंजू बजाज, सुधा मालानी, निर्मला मुंदरा , चंदा चांडक जैसे कर्मठ कार्यकर्ताओ का भरपूर सहयोग रहा।