अहमदाबाद : मुख्यमंत्री ने सरदार सरोवर बांध सीजन में पहली बार ओवरफ्लो होने पर नर्मदा नीर को प्रणाम किया

गुजरात की जीवन रेखा माना जाने वाला सरदार सरोवर बांध 138.68 मीटर तक ओवरफ्लो हो गया

अहमदाबाद : मुख्यमंत्री ने सरदार सरोवर बांध सीजन में पहली बार ओवरफ्लो होने पर नर्मदा नीर को प्रणाम किया

राजपीपला/अहमदाबाद, 1 अक्टूबर (हि.स.) | गुजरात की जीवन रेखा माना जाने वाला सरदार सरोवर बांध 138.68 मीटर तक ओवरफ्लो हो गया है। सीजन में पहली बार ओवरफ्लो होने के बाद मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल दोपहर 12.39 बजे केवड़िया पहुंचे और अमृत मुहुर्त में नर्मदा के नीर को प्रणाम किया | मुख्यमंत्री ने ब्राह्मणों के मंत्रोच्चारण के बीच नर्मदा नीर में चुंदड़ी, श्रीफल, कंकू, चावल चढ़ाकर नर्मदा मैया की आरती की।

मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने राज्य की निरंतर प्रगति और गुजरात के पानी का आधार सरदार सरोवर के पूर्ण स्तर तक पहुंचने वाले सरदार सरोवर नर्मदा बांध का दूसरे वर्ष भी पूजन कर जल शक्ति की पूजा की परंपरा को आगे बढ़ाया है। इतना ही नहीं, नर्मदा योजना के रिवर बेड पावर हाउस और कैनाल हेड पावर हाउस ने इस साल मानसून सीजन के दौरान कुल 1343 मेगावाट बिजली पैदा की है और अब तक 10,014 गांवों, 183 शहरों और 6283 करोड़ यूनिट बिजली का उत्पादन किया है राज्य में 7 नगर निगम क्षेत्र कुल 4 करोड़ लोगों को पीने का पानी उपलब्ध कराते हैं।

उल्लेखनीय है कि इस साल 11 अगस्त से शुरू हुए 51 दिन के ओवरफ्लो में 10,012 मिलियन क्यूबिक मीटर ओवरफ्लो हो गया। गुजरात में जल क्रांति और कृषि क्रांति के लिए जीवनदायिनी नर्मदा योजना के सरदार सरोवर बांध का जलस्तर अपने अधिकतम स्तर 138.68 मीटर यानी 455 पर पहुंच गया। इस 138.68 मीटर सतह वाले बांध की कुल जल संग्रहण क्षमता 9460 मिलियन क्यूबिक मीटर है। इस वर्ष मानसून सीजन के दौरान 33 अलग-अलग दिनों में बांध के गेट खोलकर कुल 77 लाख 39 हजार 786 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। सरदार सरोवर बांध 138.68 मीटर की पूरी सतह पर बह गया है बांध में वर्तमान में 82,408 क्यूसेक पानी है। फिलहाल बांध से 5 हजार क्यूसेक पानी नदी में छोड़ा जा रहा है| बांध से मुख्य नहर में 4364 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। टरबाइन से 40930 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया जाता है।

इस साल भी सरदार सरोवर नर्मदा बांध ओवरफ्लो हो गया और राज्य की 10 अलग-अलग नदियों को पुनर्जीवित करने के लिए नदियों में नर्मदा का पानी छोड़ा गया।