सूरत : दक्षिण गुजरात के उद्यमी अब एसएमई आईपीओ की ओर, एसजीसीसीआई का प्रेरक सेमिनार

गुजरात में एसएमई आईपीओ का बड़ा योगदान, सूरत के उद्यमियों को मिला बढ़ावा

सूरत : दक्षिण गुजरात के उद्यमी अब एसएमई आईपीओ की ओर, एसजीसीसीआई का प्रेरक सेमिनार

सूरत : दक्षिण गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (एसजीसीसीआई) ने हाल ही में एक सेमिनार आयोजित कर सूरत के उद्यमियों को एसएमई आईपीओ लाने के लिए प्रेरित किया। 'एसएमई आईपीओ और वित्तीय सलाहकार सेवाओं' विषय पर आयोजित इस सेमिनार में उद्यमियों को एसएमई आईपीओ के माध्यम से व्यवसाय वृद्धि और विस्तार के लिए आवश्यक जानकारी प्रदान की गई।

इस सेमिनार में फोर ब्रिज कैपिटल के पार्टनर मुनीर अजानी,  दानिश शाह और सीए/सीएस आयुषी हंसारिया और 3डाइमेंशन कैपिटल सर्विसेज लिमिटेड के चेयरमैन एडवोकेट पंकज खेतान और विवेक संजय एंड कंपनी के पार्टनर सीए संजय जैन शामिल हुए।

एसजीसीसीआई के अध्यक्ष विजय मेवावाला ने कहा, "एसएमई आईपीओ छोटे व्यवसायों के लिए पूंजी बाजार तक पहुंच आसान बनाते हैं और उन्हें बाजार में अपनी विश्वसनीयता बढ़ाने में मदद करते हैं।"

सेमिनार में विशेषज्ञों ने बताया कि भारत में एसएमई आईपीओ सेक्टर में तेजी से वृद्धि हो रही है और गुजरात इस क्षेत्र में अग्रणी है। विशेष रूप से सूरत में एसएमई आईपीओ लाने वाली कंपनियों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है।

सेमिनार में भाग लेने वाले विशेषज्ञों ने उद्यमियों को एसएमई आईपीओ लाने की प्रक्रिया, आवश्यक दस्तावेज और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की। उन्होंने बताया कि कैसे उद्यमी एसएमई आईपीओ के माध्यम से ब्याज मुक्त पूंजी जुटाकर अपने व्यवसाय का विस्तार कर सकते हैं।

तेजी से बढ़ रहा है एसएमई आईपीओ सेक्टर। भारत में एसएमई आईपीओ लाने वाली कंपनियों की संख्या में पिछले कुछ वर्षों में तेजी से वृद्धि हुई है।वर्ष 2020 में एसएमई आईपीओ लाने वाली कंपनियों की संख्या 27 थी, जो वर्ष 2021 में बढ़कर 59 हो गई। साल 2022 में ये संख्या बढ़कर 109 हो गई और साल 2023 में ये संख्या 182 तक पहुंच गई। साल 2024 में छह महीने में एसएमई आईपीओ लाने वाली कंपनियों की संख्या 200 तक पहुंच गई है। इन छह महीनों में ये कंपनियां अब तक बाजार से 5000 करोड़ रुपये की पूंजी जुटा चुकी हैं। 6.5 करोड़ छोटे मध्यम उद्यम पंजीकृत हो चुके हैं और वे भारत की जीडीपी में 29 प्रतिशत का योगदान दे रहे हैं।

गुजरात और विशेष रूप से सूरत में एसएमई आईपीओ लाने वाली कंपनियों की संख्या अधिक है। एसएमई आईपीओ के माध्यम से उद्यमी ब्याज मुक्त पूंजी जुटा सकते हैं, व्यवसाय का विस्तार कर सकते हैं और बाजार में अपनी विश्वसनीयता बढ़ा सकते हैं। एसएमई आईपीओ लाने के लिए कंपनी को कुछ निश्चित शर्तों को पूरा करना होता है, जैसे कि कंपनी की शुद्ध संपत्ति मूल्य और नेट वर्थ एक करोड़ रुपये से अधिक होना चाहिए।

सेमिनार में उपस्थित उद्यमियों ने इस आयोजन को सराहा और कहा कि यह उनके लिए बहुत उपयोगी रहा। चैंबर ऑफ कॉमर्स के उपाध्यक्ष निखिल मद्रासी ने सेमिनार में उपस्थित उद्योगपतियों और निवेशकों को धन्यवाद दिया। सेमिनार में चेम्बर के तत्कालीन पूर्व अध्यक्ष रमेश वघासिया एवं मानद कोषाध्यक्ष मृणाल शुक्ल तथा उद्योगपति, व्यापारी एवं निवेशक उपस्थित थे। 

 

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