सूरत : अत्याधुनिक डिजिटल प्रिंटिंग मशीनों की मांग अधिक : उमेश सोलंकी 

 सूरत के अलावा मुंबई, दिल्ली, अमृतसर, लुधियाना सहित विविध औद्योगिक क्षेत्रों में की जाती है सप्लाई

सूरत : अत्याधुनिक डिजिटल प्रिंटिंग मशीनों की मांग अधिक : उमेश सोलंकी 

देशभर में कपड़ों की मांग होने से टेक्सटाइल सेक्टर से जुड़ी सभी इंडस्ट्रीज में तेजी देखी जा रही है। हाल में देश भर के कपड़ा मंडियों में साड़ी, सूट, गारमेंट आदि कपड़ों की खूब मांग हो रही है, जिससे टेक्सटाइल मार्केट, ट्रांसपोर्ट, डाइंग-प्रिंटिंग मिलों, केमिकल उद्योग, नीटिंग एवं वीविंग, एंब्रॉयडरी, मशीनरी उद्योग सहित विविध टेक्सटाइल सेक्टरों में तेजी का माहौल देखने को मिल रहा है। एक ओर जहां टेक्सटाइल मार्केटों में पार्सलों के ढेर लगे हुए हैं, वहीं ट्रांसपोर्ट गोदामों में भी पार्सल खचाखच भरे हुए हैं और ट्रकों में लोडकर बाहर की मंडियों में भेजे जा रहे हैं। आलम यह है कि टेक्सटाइल इंडस्ट्रीज के लिए मशीनें तैयार करने वाले मशीनरी उद्योग में भी तेजी बनी हुई है।

सचिन जीआईडीसी स्थित ऑरेंज वीविंग इंजीनियरिंग के उमेश सोलंकी ने लोकतेज से बताया कि हाल के दिनों में डायरेक्ट टू फैब्रिक डिजिटल प्रिंटिंग मशीन एवं सब्लीमीशन डिजिटल प्रिंटिंग मशीन की खूब मांग हो रही है। डायरेक्ट टू फैब्रिक मशीन पर कॉटन बेस कपड़े की प्रिंटिंग होती है, जबकि सब्लीमीशन डिजिटल प्रिंटिंग मशीन पर पॉलिएस्टर बेस कपड़े की प्रिंटिंग होती है। इन दोनों मशीनों की खासियत यह है कि गुणवत्ता युक्त कपड़े तैयार होते हैं, जो साड़ी, सूट एवं गारमेन्ट आदि के लिए उपयोग किये जाते हैं। 

मशीनों के रेंज के बारे में पूछे गये सवाल का जवाब देते हुए 2008 से मशीनरी इंडस्ट्री में कार्यरत श्री सोलंकी ने बताया कि हमारे यहां 55 लाख से लेकर 10 करोड़ तक की अत्याधुनिक डिजिटल प्रिंटिंग मशीनें तैयार की जाती है। इन मशीनों की डिमांड सूरत के बड़े-बड़े औद्योगिक इकाइयों के अलावा, मुबंई, अमृतसर, लुधियाना, दिल्ली सहित देश भर के टेक्सटाइल इंडस्ट्रीज में रहती है। उन्होंने बताया कि हमारे इकाई में अब 64 हेड की मशीन भी तैयार की जाती है, जिसकी कीमत तकरीबन 5 करोड़ है। यह मशीन मुंबई, अमृतसर के अलावा सूरत में भी औद्योगिक इकाइयों में लगाई गई है।

 पिछले साल की तुलना में इस साल ग्राहकी के बारे में पूछे गये सवाल का जवाब देते हुए उमेशभाई ने कहा कि मार्च तक एमएसएमई के कारण किसी भी प्रकार की मशीनों की डिमांड नहीं रही। इसके बाद अप्रैल-मई में भी कोई खास तरह की मांग नहीं रही, लेकिन जुलाई माह से इंडस्ट्रीज में चहल-पहल शुरु हुई, जो अभी तक बनी हुई है। हाल के दिनों में मशीनों की एवं मशीनरी पार्ट्स की अच्छी डिमांड है।

मशीनों की बुकिंग के बारे में पूछे गये सवाल का जवाब देते देते हुए बताया कि जैसे ही मशीन की बुकिंग की जाती है, उसे तैयार कर एक महीने के अंदर लगा दी जाती है। उन्होंने कहा कि उक्त दोनों प्रिंटिंग मशीनों की टेक्सटाइल सेक्टर में अच्छी मांग है और दोनों पर गुणवत्ता युक्त कपड़े तैयार किए जाते हैं। यही नहीं बल्कि सभी प्रकार के कपड़े प्रिंट किए जाते हैं। आगामी दिनों में कारोबार के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि दीपावली तक ग्राहकी अच्छी रह सकती है। इसके बाद तकरीबन 1 महीने तक पेमेंट का रोटेशन नहीं रहेगा। हालांकि इकाइयां तो 10 दिन के बाद ही कार्यरत हो जाएगी, लेकिन पूरा रोटेशन घूमने में दीपावली के बाद एक महीने का समय लग सकता है।

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