सूरत के उद्योगपतियों के लिए बड़ी राहत! एलटी कनेक्शन की क्षमता सीमा में हुआ इजाफा
जीईआरसी ने बढ़ाई लोड सीमा, अब 150 किलोवाट तक ले सकेंगे बिजली
सूरत: गुजरात के उद्योगपतियों के लिए एक बड़ी राहत की खबर है। गुजरात विद्युत विनियामक आयोग (जीईआरसी) ने एलटी कनेक्शन की लोड सीमा को बढ़ाकर 150 किलोवाट कर दिया है। पहले यह सीमा 100 किलोवाट थी। दक्षिण गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री और गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के लगातार प्रयासों के बाद यह निर्णय लिया गया है।
इस निर्णय से सूरत के वराछा, कतारगाम और लसकाना जैसे औद्योगिक क्षेत्रों में जगह की कमी से जूझ रहे उद्योगपतियों को काफी राहत मिलेगी। उन्हें अब नए ट्रांसफार्मर लगवाने की जरूरत नहीं होगी, जिससे उनकी लागत में कमी आएगी। साथ ही, उद्योगों को मिलने वाली बिजली की गुणवत्ता में भी सुधार होने की उम्मीद है।
चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष विजय मेवावाला ने कहा कि यह निर्णय सूरत के उद्योग जगत के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। इससे सूरत में उद्योगों का विकास और तेजी से होगा। दक्षिण गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ने वर्ष 2022 से लगातार इस मुद्दे को उठाया था। विद्युत आपूर्ति कोड समीक्षा पैनल की कई बैठकों के बाद यह निर्णय लिया गया।
एलटी कनेक्शन का मतलब है लो वोल्टेज कनेक्शन। यह आमतौर पर छोटे और मध्यम आकार के उद्योगों के लिए उपयोग किया जाता है। सूरत में उद्योगों का तेजी से विस्तार हो रहा है। ऐसे में उद्योगपतियों को अधिक बिजली की आवश्यकता होती है। 100 किलोवाट की सीमा कई उद्योगों के लिए पर्याप्त नहीं थी। इसलिए, दक्षिण गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ने जीईआरसी से इस सीमा को बढ़ाने का अनुरोध किया था।
यह निर्णय सूरत के उद्योग जगत के लिए एक बड़ी राहत की खबर है। इससे सूरत के उद्योगों को और मजबूती मिलेगी और वे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने में सक्षम होंगे।