सूरत : कपड़ा व्यापारियों की आत्महत्या की घटनाएं चिंतनीय, एसएमए ने की समाधान समिति का गठन

समिति के महेश पाटोदिया सेतु बनकर व्यापारिक लेन-देन विवाद सुलझाने का प्रयास करेंगे

सूरत : कपड़ा व्यापारियों की आत्महत्या की घटनाएं चिंतनीय, एसएमए ने की समाधान समिति का गठन

सूरत मर्केंटाइल एसोसिएशन की 183 वीं समाधान साप्ताहिक मीटिंग 22 सितंबर को सुबह 9:30 बजे माहेश्वरी भवन बोर्ड रूम में संपन्न हुई। मीटिंग में 105 व्यापारियों ने भाग लिया और 20 आवेदन पत्र आए थे, जिसमें से दो आवेदन पत्रों का तुरंत समाधान कर दिया गया। बाकी पंच पैनल और लीगल टीम को सौंप दिए गए समय आने पर उनका निवारण हो जाएगा। मीटिंग में व्यापारी भाइयों के बीच गत सप्ताह ग्लोबल मार्केट के व्यापारी द्वारा किये गये आत्महत्या पर हुई। काफी चर्चा के बाद निष्कर्ष यह निकला की सूरत मर्केंटाइल एसोसिएशन ने एक समिति का गठन किया है जिसमें महेश पाटोदिया द्वारा कोई भी व्यापारी व्यापार के लेनदेन की वजह से परेशानी में चल रहा है वह तुरंत इस स्पेशल समाधान समिति को मिल सकता है और यह समिति व्यापारी भाई को जिन पार्टियों से पैसा लेना है और जिन पार्टियों को पैसा देना है उनके बीच में एक समाधान का माहौल बनाकर व्यापारी के परिवार में उसकी तकलीफों को दूर करेंगे। 

सूरत मर्केंटाइल एसोसिएशन के पास पिछले 3 महीने में इस तरह की 6 समस्याएं आई और उन सबका निकाल कर दिया गया आज उनमें से एक महिला उद्यमी जिनके पति की अकाल मृत्यु हो गई थी उनको भी बाजार के लेनदेन की समस्या आई तो सूरत मर्केंटाइल एसोसिएशन ने पूरा मामला आपसी समझौते से निपटा दिया। महिला उद्यमी का पूरा परिवार संगठन को धन्यवाद देकर गया है। मीटिंग में महेश पाटोदिया, मनोज अग्रवाल,संजय अग्रवाल, रामकिशोर बजाज, राजेश गुरनानी, अरविंद जैन, मुकेश अग्रवाल, राजीव ओमर, घनश्याम माहेश्वरी आदि सब व्यापारी जन उपस्थित थे।

बेल्लारी में जीएसटी विभाग की कार्रवाई व्यापारियों के लिए सबक, बिल के साथ बारकोडेड ई -इनवॉइस अवश्य लगाएं : नरेन्द्र साबू 

आज सूरत मर्केंटाइल एसोसिएशन में एक समस्या आई थी जो व्यापारी भाइयों के लिए बहुत बड़ी सबक और सीख लेने की जरूरत है 3 दिन पहले कर्नाटक बॉर्डर पर सूरत की पार्टी द्वारा भेजा गया एक करोड रुपए का माल जो बेंगलुरु जाना था। चित्रदुर्गा, बेल्लारी के पास जीएसटी विभाग ने पकड़ लिया और 32 लाख रुपए की पेनल्टी आ गई। क्योंकि उसका ई-इनवॉइस नहीं बना हुआ था। आप लोग जो भी माल डिस्पैच करें कि वे बिल के साथ ही ई -इनवॉइस कंपलसरी है, वह भी बारकोड के साथ। इस पर सभी व्यापारी ध्यान दें अथवा बहुत बड़ा खामी भुगतना पड़ जाएगा। 

मीटिंग के अंत में अपने अध्यक्षीय संबोधन में नरेंद्र साबू ने बताया कि अभी 80 प्रतिशत व्यापारी अपने व्यापार के लिए जूझ रहे हैं, यह बहुत चिंता की बात है। यदि आपको किसी भी तरह की तकलीफ है तो आप संगठन में आवेदन करिए संगठन हमेशा आपके साथ खड़ा है। उन्होंने यह भी बताया कि व्यापारी इस तकलीफ की स्थिति में आने के पीछे खुद 70 प्रतिशत उसकी गलती होती है, जो व्यापारी भाइयों को सीख लेकर सुधारना चाहिए। उन्होंने पूरे शहर के व्यापारी वर्ग में शहरी जनों से अपील कि आप सब लोग सोलर सिस्टम अपना लें। संगठन चाहता है कि सूरत में 20 लाख घरों पर सूर्य के द्वारा बिजली आनी चाहिए, जो लोग अपार्टमेंट बिल्डिंग में भी रहते हैं उन्हें भी यह सुविधा लेनी चाहिए। सभी व्यापारी भाइयों को उसका फायदा लेना चाहिए। अब तक सूरत टेक्सटाइल, डायमंड सिटी एवं उड़ान पुलों के नाम से जाना जाता है अगर अपने प्रयास करें तो यह आगे सोलर सिटी के नाम से भी प्रख्यात हो सकता है
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