गांधीनगर : किसी भी समाज की प्रगति में शिक्षा का स्थान महत्वपूर्णः मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री ने टाउन हॉल में आयोजित कार्यक्रम में कहा कि 21वीं सदी ज्ञान की सदी है

गांधीनगर : किसी भी समाज की प्रगति में शिक्षा का स्थान महत्वपूर्णः मुख्यमंत्री

गांधीनगर, 22 सितंबर (हि.स.)। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने तेरगोल गुरु ब्राह्मण समाज सेवा समिति की ओर से रविवार को आयोजित त्रिवेणी संगम में कहा कि सेवा कार्य हमारा कर्तव्य है, जो इस कर्तव्य को निष्ठापूर्वक निभा सकते हैं उनके सारे कार्य आसानी से पूरे हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी समाज की प्रगति में शिक्षा का महत्वपूर्ण स्थान होता है।

मुख्यमंत्री ने टाउन हॉल में आयोजित कार्यक्रम में कहा कि 21वीं सदी ज्ञान की सदी है। शिक्षा विकसित भारत के निर्माण में एक महत्वपूर्ण आधार बन रही है। विकसित भारत की दिशा को साकार करने की सफल गति शिक्षित समाज से ही प्रबल होती है। ऐसे में हमें समाज के होनहार विद्यार्थियों को सम्मानित कर उन्हें विकसित भारत की संकल्पना को साकार करने के लिए प्रोत्साहित करना होगा। इसके साथ ही उन्होंने नवनियुक्त कर्मचारियों को मिले समाज सेवा के अवसर का उल्लेख करते हुए यह उम्मीद जताई कि वे ईमानदारी से अपना कर्तव्य निभाकर समाज के लिए उपयोगी सिद्ध होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज के सेवानिवृत्त और नवनियुक्त कर्मचारियों तथा कक्षा 10वीं एवं 12वीं के तेजस्वी विद्यार्थियों के सम्मान का सुंदर समन्वय ही त्रिवेणी संगम कार्यक्रम को चरितार्थ करता है।

उन्होंने कहा कि शिक्षा मिलने से ही समाज अपने पैरों पर खड़ा होकर आत्मनिर्भर बन सकता है। प्रधानमंत्री के सान्निध्य में अंत्योदय विकास की जो लहर चली है, उसे सफल बनाने के लिए शिक्षा अत्यंत आवश्यक है। पटेल ने गुरु ब्राह्मण समाज के परंपरागत पेशे ज्योतिष विद्या और कर्मकांड का उल्लेख करते हुए यह आशा व्यक्त की कि इस पेशे में शिक्षा को जोड़कर विकसित गुजरात के निर्माण में हर कोई अपना योगदान देगा और केवल गुजरात ही नहीं, बल्कि भारत को विकास के पथ पर आगे बढ़ाने में सहयोगी बनेगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने तेर गोळ गुरु ब्राह्मण समाज के राज्य सरकार के सेवानिवृत्त और नवनियुक्त कर्मचारियों तथा कक्षा 10वीं और 12वीं के तेजस्वी विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम में सांसद हसमुखभाई पटेल, विधायक रमणलाल वोरा, पूर्व विधायक रजनीभाई पटेल और गुरु ब्राह्मण समाज के अग्रणी उपस्थित रहे।