सूरत : अमरोली इंडस्ट्रीयल क्षेत्र की 800 लूम्स कारखानें तीन दिनों से बंद, जानें क्या है वजह
उड़िया भाषा में लिखे पोस्टर के बाद लूम्स कारखानें में काम करने नहीं जा रहे कारीगर
अमरोली इंडस्ट्रीयल क्षेत्र में कुछ दिन पूर्व उड़िया भाषा में जगह-जगह एक पोस्टर लगाया गया था। उस पोस्टर में लिखा था कि 20 पैसे प्रति मीटर भाव बढ़ने पर ही कारीगर काम करने कारखाने में जाएंगे नहीं तो जो जाएगा उसकी जिम्मेदारी होगी। इस पोस्टर की जानकारी जंगल में लगी आग की तरह पूरे इंडस्ट्रीयल क्षेत्र में फैल गई। इस क्षेत्र में अधिकांश उड़िसावासी कारीगर होने से जो भी श्रमयोगी उस पोस्टर को पढ़ा उसकी सूचना दूसरे श्रमयोगी को दी, जिससे बहुत ही कम समय में सभी श्रमियोगियों के पास पोस्टर की जानकारी पहुंच गई और काम करने से गुरेज करने लगे। कारीगरों के इस कदम के बाद तीन दिनों से अमरोली क्षेत्र की 800 लूम्स कारखानें ठप पड़े हैं।
अमरोली के वीवर विजयभाई मांगूकिया ने बताया कि मंगलवार को रात में कोई व्यक्ति लूम्स खाता के बाहर पूरे औद्योगिक क्षेत्र में जगह-जगह उड़िया भाषा में भाव बढ़ाने की मांग वाली पोस्टर चस्पा दिया, जिसमें लिखा था कि 20 पैसे प्रति मीटर भाव बढ़ने पर ही कारीगर कारखाने में जाएंगे नहीं तो जो कारगीर काम जाएगा उसकी जिम्मेदारी होगी। इस धमकी भरे पोस्टर के बाद भयभीत कारागरों ने काम पर आना बंद कर दिये हैं। परिणाम स्वरुप सभी कारखानों की खटाहट बंद हो गई। उन्होंने कहा कि अमरोली क्षेत्र में तकरीबन 800 लूम्स कारखाने हैं। इन कारखाने में अधिकांश उड़ीसावासी कारीगर
कार्यरत हैं।
तीन दिनों में 90 लाख मीटर प्रोडक्शन प्रभावित : विजयभाई मांगूकिया
विजयभाई मांगूकिया ने बताया कि इन 800 यूनिट में प्रतिदिन 30 लाख मीटर कपड़ा तैयार होते हैं। पिछले तीन दिनों से सभी यूनिट बंद है, जिससे 90 लाख मीटर प्रोडक्शन प्रभावित हुआ है। उन्होंने कहा कि इस घटना में मुझे यह जानना है कि कौन ऐसा व्यक्ति है, जो इस तरह से पोस्टर लगाकर कपड़ा उद्योग को नुकसान पहुंचाना चाहता है। हालांकि इस तरह की यह पहली घटना नहीं है। इस क्षेत्र में पिछले 7 सालों से समय-समय पर इस तरह के पोस्टर लगाकर यूनिट्स को अस्थिर करने का प्रयास किया जा रहा है। वर्ष 2022 में भी इस तरीके से पोस्ट लगाए गए थे।
फेडरेशन ऑफ़ गुजरात वीवर एसोसिएशन (फोगवा) से पेशकश करने की बारे में पूछे जाने पर विजयभाई ने बताया कि अभी तो संगठन को जानकारी नहीं दी गई है। मेरा प्रयास सिर्फ इतना जानना है कि कौन व्यक्ति है जो इस तरीके से पोस्टर लगाकर यूनिट को प्रभावित करना चाह रहा है। पुलिस को जानकारी दी गई है और पुलिस अपने स्तर से आगे की जांच कर रही है।