सूरत : चैंबर ऑफ कोमर्स द्वारा सहकारी समितियों को वैश्विक मंच पर लाने का प्रयास
बारडोली में आयोजित 'सफर समृद्धि' कार्यक्रम में अंतरराष्ट्रीय सहयोग पर जोर
सूरत। दक्षिण गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (एसजीसीसीआई) और सूरत जिला सहकारी संघ ने संयुक्त रूप से बारडोली में आयोजित 'सफर समृद्धि' कार्यक्रम में सहकारी समितियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जोड़ने पर जोर दिया। इस कार्यक्रम में सांसद परभुभाई वसावा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
सम्मेलन में माल्टा, बेलारूस, इंडोनेशिया और नेपाल जैसे देशों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। उन्होंने अपने-अपने देशों में सहकारी समितियों के माध्यम से व्यापार बढ़ाने के तरीकों पर प्रकाश डाला।
एसजीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष रमेश वघासिया ने कहा कि भारत में 8 लाख से अधिक सहकारी समितियां हैं और इनके माध्यम से निर्यात को बढ़ावा देने की संभावना है। उन्होंने डिजिटल इंडिया और मेक इन इंडिया जैसी सरकारी योजनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि ये योजनाएं सहकारी क्षेत्र को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने में मदद करेंगी।
सूरत जिला सहकारी संघ के अध्यक्ष भीखाभाई पटेल ने कहा कि जिले में सहकारी समितियों को मजबूत बनाने के लिए विशेष प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि बारडोली में एक प्रयास शुरू किया गया है ताकि सहकारी समितियों को विभिन्न देशों के साथ जोड़ा जा सके।
सांसद परभुभाई वसावा ने कहा कि यह कार्यक्रम सहकारी क्षेत्र को अंतरराष्ट्रीय मंच पर स्थापित करने के लिए आयोजित किया गया था। उन्होंने कहा कि सरदार वल्लभभाई पटेल की पवित्र भूमि बारडोली में ऐसा कार्यक्रम आयोजित होना गौरव की बात है।
इफको के विपणन निदेशक योगेन्द्र कुमार ने सहकारिता के माध्यम से देश में समृद्धि लाने के महत्व पर जोर दिया।इस देश में पहली हरित क्रांति में भी सहकारी समितियों का योगदान सबसे अधिक था। हमें भोजन के लिए आत्मनिर्भर बनाने में भी सहकारिता का योगदान महत्वपूर्ण रहा है।
पूरे कार्यक्रम का संचालन चैंबर ऑफ कॉमर्स ग्रुप के चेयरमैन सीए मितीश मोदी ने किया और कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की। कार्यक्रम में बारडोली के उद्यमी, व्यापारी, अधिकारी एवं विभिन्न सहकारी समितियों एवं समितियों के सदस्य एवं ग्रामीण उपस्थित थे। सुमुल डेयरी के संचालक जयेशभाई पटेल (देलाड) ने उपस्थित सभी को धन्यवाद देकर कार्यक्रम का समापन किया।