सूरत :  ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन एवं मजदूर यूनियन के निर्णय से व्यापारी नाराज 

पार्सल के वजन को लेकर व्यापारिक संगठनों ने अपनी प्रतिक्रिया की 

सूरत :  ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन एवं मजदूर यूनियन के निर्णय से व्यापारी नाराज 

टेक्सटाइल मार्केट में पार्सल के वजन एवं साइज को लेकर चल रही चर्चा के बीच गुरुवार को ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन एवं मजदूर यूनियन की मीटिंग आहूत की गई, जिसमें ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने स्पष्ट कर दिया कि 1 सितंबर से 65 किलो से अधिक वजन के किसी भी पार्सल की बुकिंग नहीं ली जाएगी। इसी तरह मजदूर यूनियन के पदाधिकारियों ने स्पष्ट कर दिया कि वह भी 65 किलो से अधिक वजन के कोई भी पार्सल मार्केट से नहीं उठाएंगे। ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन एवं मजदूर यूनियन की इस निर्णय के बाद व्यापारिक संगठनों ने कहा कि यह निर्णय स्वीकार नहीं है। 

बातचीत से समाधान निकालेंगे :  कैलाश हाकीम 

फेडरेशन ऑफ सूरत टेक्सटाइल ट्रेडर्स एसोसिएशन (फोस्टा) के प्रमुख कैलाश हाकीम ने बताया कि कामदार नेताओं के विरोध के बाद मानवता के नाते पार्सल के वजन पर समझौता हुआ था। रही बात ट्रांसपोर्ट के निर्णय को लेकर व्यापारियों में व्याप्त असहमति की तो हम जल्द बातचीत कर समाधान निकालेंगे।  श्री हाकीम ने कहा कि कोई भी संगठन एक दूसरे से अलग नहीं है। इसलिए सभी को सूझबूझ से ही व्यापार करना चाहिए। आज व्यापार है, व्यापारी है तो ही अन्य संगठन है। सभी को ध्यान में रखते हुए बातचीत कर समाधान का रास्ता निकालेंगे। 

 70 किलो से कम के पार्सल पर कोई समझौता नहीं : प्रहलाद अग्रवाल

आढ़तिया कपड़ा एसोसिएशन सूरत के प्रमुख प्रहलाद अग्रवाल ने कहा कि ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन का 65 किलो वजन के पार्सल का निर्णय अस्वीकार करते हैं और 70 किलो से कम के वजन का पार्सल हम मान्य नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि सभी व्यापारियों ने 70 से 75 किलो के पार्सल की बात करते हैं, इसलिए पार्सल का वजन 70 किलो होना चाहिए। ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन को पुनः विचार कर व्यापार हित में निर्णय लेना चाहिए। 

सूरत के व्यापारियों को चिंता करने की जरूरत नहीं : नरेन्द्र साबू

सूरत मर्कन्टाइल एसोसिएशन के प्रमुख नरेन्द्र साबू ने कहा कि पार्सल का किराया बाहर के मंडियों के व्यापारी को देना होता है। सूरत के सभी व्यापारियों को बाहर के मंडियों के व्यापारी से बात करना चाहिए और वह व्यापारी जिस ट्रांसपोर्ट में कहे उस ट्रांसपोर्ट के नाम से बिल्टी बना देंवे। बिल्टी बना देने के बाद सूरत के व्यापारी का काम पूरा, व्यापारी और ट्रांसपोर्ट समझे। रही बात ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के निर्णय की तो यह सरासर गलत एवं मनमाना पन है। हाल में सीजन चल रहा है और आगामी दिनों में तेजी के आसार है। ऐसे में नाक दबाकर निर्णय थोपना व्यापारिक दृष्टि से ठीक नहीं है। 

ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन  का निर्णय विरोधाभासी : सचिन अग्रवाल

साउथ गुजरात टैक्सटाइल ट्रेडर्स एसोसिएशन के सचिन अग्रवाल ने बताया कि ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन का निर्णय राजनीति से प्रेरित एवं विरोधाभासी है। इन्हीं के एक पदाधिकारी ने बयान दिया था कि अधिक पैसा मिलने पर 65 किलो से अधिक वजन के पार्सल बुकिंग लिए जाएंगे। जब पैसे की बात है तो श्रमयोगियों को ढाल क्यों बनाया जा रहा है। मैने ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन प्रमुख से 70 किलो के आसपास पार्सल के वजन की बात की थी। 

अब समय है स्वयं की लड़ाई स्वयं लड़ने का : ललित शर्मा 

 टेक्सटाईल युवा ब्रिगेड के अध्यक्ष ललित शर्मा ने कहा कि सभी व्यापारियों ने एक छोटे से मुद्दे पर यह देख लिया है कि उनके साथ कौन खड़ा है। एक छोटा सा संगठन हम 65000 व्यापारियों पर अपनी मनमानी थोप रहा है और सभी मूकदर्शक बने हुए है या उनका ही समर्थन कर रहे है। ऐसे ही यूनियनबाजी चलती रही तो भविष्य अंधकारमय हो जाएगा। हमारी संस्था सूरत की सबसे छोटी संस्था है, लेकिन हमारे जज्बे में कोई कमी नही है, हम हर व्यापारी के साथ हरकदम पर खड़े हैं। केवल वाट्सप पर नहीं धरातल पर हम आपके साथ है। यह फरमान जारी करने वाले संगठन मजदूरों का कितना हित करते हैं यह हमसे छिपा नहीं है। कुल मिलाकर सौ बात की एक बात यह है कि व्यापारियों को इस समय मक्कम रहना है, एकता दिखानी है, ऐसा कोई भी फरमान नही मानना है, जो हमे बाध्य कर रहा हो, मजबूर कर रहा हो। 

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