नई दिल्ली : इतिहास के पन्नों में 15 अगस्तः भारत मां के क्रांतिवीरों के सपनों का सबसे 'बड़ा दिन'

नई दिल्ली में लाल किला में राष्ट्रीय स्तर पर स्वतंत्रता दिवस समारोह का आयोजन किया जाता है

नई दिल्ली : इतिहास के पन्नों में 15 अगस्तः भारत मां के क्रांतिवीरों के सपनों का सबसे 'बड़ा दिन'

नई दिल्ली। देश-दुनिया के इतिहास में 15 अगस्त की तारीख तमाम अहम वजह से दर्ज है। यह भारत के लिए सबसे बड़ा दिन भी है। अंग्रेजों ने इसी तारीख को आधी रात भारत को आजाद करने की घोषणा की थी।

15 अगस्त को ही भारत को आजाद करने की कहानी बड़ी दिलचस्प है। दरअसल 15 अगस्त, 1945 को जापान की सेना ने आत्मसमर्पण किया था। भारत के वायसराय और गवर्नर जनरल माउंटबेटन उस वक्त अलाइड फोर्सेज के कमांडर थे। उन्हें इस जीत का हीरो माना जाता है। वह भी इस तारीख को अपने लिए लकी मानते थे।

यही वजह है कि जब भारत को आजादी देने की बात आई तो माउंटबेटन ने 15 अगस्त की तारीख को चुना और इस दिन आधी रात में देश को आजादी मिली। इस खुशी पर हर साल नई दिल्ली में लाल किला में राष्ट्रीय स्तर पर स्वतंत्रता दिवस समारोह का आयोजन किया जाता है। देश के प्रधानमंत्री इस किला की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हैं।

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