नई दिल्‍ली : शुद्ध प्रत्‍यक्ष कर संग्रह 24.07 फीसदी उछलकर 5.74 लाख करोड़ रुपये पर पहुंचा

इससे पिछले वित्त वर्ष 2023-24 की इसी अवधि में शुद्ध प्रत्‍यक्ष कर संग्रह 4.80 लाख करोड़ रुपये था।

नई दिल्‍ली : शुद्ध प्रत्‍यक्ष कर संग्रह 24.07 फीसदी उछलकर 5.74 लाख करोड़ रुपये पर पहुंचा

अर्थव्‍यस्‍था के र्मोचे पर अच्‍छी खबर आई है। चालू वित्‍त वर्ष 2024-25 के पूर्ण बजट से पहले केंद्र सरकार का खजाना भर गया है। शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह अब तक 24.07 फीसदी उछलकर 5.74 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इससे पिछले वित्त वर्ष 2023-24 की इसी अवधि में शुद्ध प्रत्‍यक्ष कर संग्रह 4.80 लाख करोड़ रुपये था।

केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक 11 जुलाई, 2024 तक शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह 24.07 फीसदी बढ़कर 5.74 लाख करोड़ रुपये रहा। इससे पिछले वित्त वर्ष 2023-24 की समान अवधि में शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह 4.80 लाख करोड़ रुपये रहा था। सीबीडीटी के मुताबिक इसमें 2.1 लाख करोड़ रुपये का कॉर्पोरेट टैक्स और 3.46 लाख करोड़ रुपये का व्यक्तिगत आयकर शामिल है। व्यक्तिगत आयकर के आंकड़ों में प्रतिभूति लेनदेन कर (एसटीटी) से प्राप्त इनकम भी शामिल है।

सीबीडीटी ने बताया कि जून महीने में रिफंड के समायोजन के बाद प्रत्यक्ष कर संग्रह 4.62 लाख करोड़ रुपये एकत्र रहा जो सालाना आधार पर 20.99 फीसदी की वृद्धि है। इसमें 1.8 लाख करोड़ रुपये का कॉर्पोरेट टैक्स और 2.81 करोड़ रुपये का व्यक्तिगत आयकर शामिल है।

गौरतलब है कि संसद का बजट सत्र 22 जुलाई, 2024 से शुरू हो रहा है। बजट सत्र के दूसरे दिन ही 23 जुलाई को वित्‍त मंत्री निर्मला सीतारमण 2024-25 का पूर्ण बजट लोकसभा में पेश करने वाली हैं।

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