वडोदरा : 40 एमएलडी उपचारित अपशिष्ट जल की आपूर्ति पर वीएमसी और आईओसीएल के बीच समझौता

वडोदरा के लिए ऐतिहासिक दिन पानी की समस्या का समाधान होगा

वडोदरा : 40 एमएलडी उपचारित अपशिष्ट जल की आपूर्ति पर वीएमसी और आईओसीएल के बीच समझौता

वडोदरा नगर निगम (वीएमसी) और इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (आईओसीएल) ने आज एक ऐतिहासिक समझौते पर हस्ताक्षर किए, जिसके तहत वीएमसी राजीवनगर स्थित टीडब्ल्यूडब्ल्यू संयंत्र से आईओसीएल को 40 एमएलडी उपचारित अपशिष्ट जल की आपूर्ति करेगा। यह समझौता वडोदरा नगर निगम की वार्षिक आय में 7.04 करोड़ रुपये से बढ़कर 20 करोड़ रुपये होने का अनुमान है।

यह समझौता प्राकृतिक जल निकायों की गिरावट को रोकने और भविष्य में पीने के पानी और पानी की समस्याओं को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। उपचारित अपशिष्ट जल का उपयोग औद्योगिक उद्देश्यों के लिए किया जाएगा, जिससे शहर में ताजे पानी की मांग कम होगी।

समझौते की मुख्य बातें:

  • वीएमसी राजीवनगर स्थित टीडब्ल्यूडब्ल्यू संयंत्र से आईओसीएल को 40 एमएलडी उपचारित अपशिष्ट जल की आपूर्ति करेगा।
  • इस परियोजना की कुल लागत 79.77 करोड़ रुपये है।
  • 15 साल तक संचालन और प्रबंधन की लागत 65.33 करोड़ रुपये होगी।
  • 60 एमएलडी क्षमता का टीडब्ल्यूडब्ल्यू प्लांट राजीवनगर, वडोदरा में स्थित है।
  • आईओसीएल द्वारा 10.23 करोड़ रुपये की पहली किस्त का चेक वडोदरा नगर निगम को सौंप दिया गया है।

महापौर पिंकीबेन सोनी ने कहा:

"यह वडोदरा के लिए एक ऐतिहासिक दिन है। यह समझौता न केवल हमारे शहर को स्वच्छ बनाने में मदद करेगा, बल्कि हमारी वार्षिक आय में भी वृद्धि करेगा। मैं आईओसीएल को उनके सहयोग के लिए धन्यवाद देती हूं।"

इस समझौते के निम्नलिखित लाभ होंगे:

  • प्राकृतिक जल निकायों का संरक्षण
  • भविष्य में पीने के पानी की समस्याओं में कमी
  • वडोदरा नगर निगम की आय में वृद्धि
  • शहर में औद्योगिक विकास को बढ़ावा

यह समझौता वडोदरा को एक स्वच्छ और टिकाऊ शहर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

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