सूरत : चैंबर ऑफ कॉमर्स के प्रतिनिधिमंडल ने सचिन जीआईडीसी में स्टीम हाउस का औद्योगिक दौरा किया
स्टीम हाउस से उद्योग जगत को मिलेंगे अनेक लाभ, चैंबर प्रतिनिधिमंडल ने ली विस्तृत जानकारी
दक्षिण गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष निखिल मद्रासी के नेतृत्व में, चैंबर की औद्योगिक यात्रा समिति के अध्यक्ष अरविंद बाबावाला और समिति के सदस्यों एवं चैंबर के सदस्यों ने बुधवार 19 जून 2024 को सचिन जीआईडीसी में स्थित स्टीम हाउस का औद्योगिक दौरा किया। 50 से अधिक सदस्यों वाले इस प्रतिनिधिमंडल ने स्टीम हाउस से उद्योग जगत को होने वाले लाभों के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त की।
चैंबर प्रतिनिधिमंडल का स्वागत स्टीम हाउस के विशाल बुधिया द्वारा किया गया। बाद में, प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक में स्टीम हाउस के बारे में उनके स्टाफ सदस्यों द्वारा एक प्रस्तुति दी गई और पूरे प्लांट का दौरा भी करवाया गया। चैंबर के प्रतिनिधिमंडल ने स्टीम हाउस यूनिट के सभी विभागों का दौरा कर स्टीम बनाने की पूरी प्रक्रिया का अध्ययन किया और इसके बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त की।
कपड़ा उद्योग में प्रसंस्करण इकाइयों और रासायनिक उद्योग की इकाइयों को भाप की आवश्यकता होती है। इसके लिए उन्हें अपने कारखाने में ही एक अलग बॉयलर प्लांट लगाना पड़ता है। लेकिन स्टीम हाउस के अस्तित्व में आने से अब इन प्रसंस्करण इकाइयों और रासायनिक इकाइयों को बॉयलर प्लांट लगाने की आवश्यकता नहीं है। वे उस स्थान का उपयोग अन्य उद्देश्यों के लिए कर सकते हैं। यह स्टीम हाउस 50 से अधिक इकाइयों को विनिर्माण और औद्योगिक प्रक्रियाओं के लिए आवश्यक भाप प्रदान करता है।
स्टीम हाउस से उद्योगों को मिलने वाले लाभ:
- बॉयलर प्लांट लगाने की आवश्यकता नहीं: स्टीम हाउस उद्योगों को अपने परिसर में बॉयलर प्लांट लगाने की आवश्यकता से मुक्त करता है, जिससे जगह और धन की बचत होती है।
- कम खर्च: स्टीम हाउस से भाप प्राप्त करना बॉयलर प्लांट स्थापित करने और संचालित करने की तुलना में अधिक किफायती होता है।
- पर्यावरण अनुकूल: स्टीम हाउस स्वच्छ और पर्यावरण अनुकूल तकनीकों का उपयोग करता है, जिससे प्रदूषण कम होता है।
- कार्यकुशलता में वृद्धि: स्टीम हाउस से निरंतर भाप आपूर्ति मिलने से उत्पादन प्रक्रिया में सुधार होता है और कार्यकुशलता बढ़ती है।
- सुविधा: स्टीम हाउस उद्योगों को अपनी भाप आवश्यकताओं के लिए किसी तीसरे पक्ष पर निर्भर रहने से मुक्त करता है।
निष्कर्ष:
स्टीम हाउस उद्योगों के लिए एक वरदान साबित हो रहा है। यह न केवल लागत और जगह बचाता है, बल्कि पर्यावरण को भी लाभ पहुंचाता है। स्टीम हाउस से प्राप्त भाप से उद्योगों की कार्यकुशलता और उत्पादकता में वृद्धि होती है।