सूरत : जुए के विज्ञापनों पर नगर निगम का दोहरा मापदंड, सिटी बसों पर जुर्माना, होर्डिंग्स पर विज्ञापन जारी
नगर निगम की ढीली नीति पर सवाल, जुए के विज्ञापन से युवाओं पर बुरा प्रभाव
राजस्व कमाने के लिए जुए के विज्ञापनों पर नगर निगम का दोहरा रवैया सामने आया है। सिटी बसों पर ऑनलाइन जुए का विज्ञापन करने वाली एजेंसी पर जुर्माना लगाने के बाद भी, शहर की सड़कों पर इसी तरह के विज्ञापनों के बड़े-बड़े होर्डिंग्स लगाए गए हैं।
एक पखवाड़े पहले, सूरत नगर निगम की परिवहन समिति के अध्यक्ष सोमनाथ मराठे की शिकायत के बाद नगर निगम की बसों पर ऑनलाइन जुए के विज्ञापन बंद कर एजेंसी पर जुर्माना लगाया गया था। 16 अप्रैल को डिंडोली के एक स्कूल प्रिंसिपल ने नगर निगम की सिटी बस में तीन पत्ती, रम्मी, पोकर जैसे ऑनलाइन जुआ गेम का विज्ञापन देखा था।
लोगों का कहना है कि अगर नगर निगम सिटी बस से इस तरह के विज्ञापन हटा सकती है तो फिर होर्डिंग्स पर विज्ञापन की इजाजत कैसे दी जा सकती है? एक ही तरह के विज्ञापन के खिलाफ नगर निगम का दोहरा रवैया क्यों है यह लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है।
युवा वर्ग ऑनलाइन जुए के जाल में फंसता जा रहा है। ऐसे में कई लोगों ने सूरत नगर निगम के इस कदम का स्वागत किया है। लोगों का कहना है कि इस तरह के विज्ञापन युवाओं पर बुरा प्रभाव डालते हैं और उन्हें जुए की लत लगाने के लिए प्रेरित करते हैं।
लोगों ने नगर निगम से इस मामले में स्पष्टीकरण की मांग की है। उनका कहना है कि नगर निगम को जुए के विज्ञापनों पर पूरी तरह से रोक लगानी चाहिए, चाहे वे सिटी बसों पर हों या होर्डिंग्स पर। यह देखना बाकी है कि नगर निगम लोगों की मांग पर ध्यान देगा और जुए के विज्ञापनों पर पूरी तरह से रोक लगाएगा या नहीं।