विपक्ष ने बेमन से नारी शक्ति बिल का समर्थन किया है, माता-बहनें सावधान रहें इनसे: मोदी
वडोदरा के अपने संस्मरणों से भाव-विवह्ल हुए मोदी, बोले बेटे की तरह संभाला है
वडोदरा के नवलखी मैदान में नारी शक्ति वंदन, प्रधानमंत्री का अभिनंदन कार्यक्रम
वडोदरा, 27 सितंबर (हि.स.)। नारी शक्ति वंदन अधिनियम 2023 बिल संसद में बहुमत के साथ पारित होने पर वडोदर में बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का अभिवादन कार्यक्रम, नारी शक्ति का वंदन कार्यक्रम आयोजित किया गया। इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी रोड शो के दौरान महिलाओं का अभिवादन स्वीकारते हुए कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे। उनके साथ मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल भी थे। कार्यक्रम में सरकार की विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का स्वागत किया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने माता-बहनों का वंदन करते हुए कहा कि मेरे जीवन के निर्माण में कई चीजों का योगदान है, इसमें वडोदरा ने मुझे एक बेटे की तरह संभाला है। एक माता अपने बेटे को जिस तरह दुलार करती है, वडोदरा ने मुझे दिया है। नारी शक्ति वंदन अधिनियम के जरिए हमारा प्रयत्न है जिससे देश की मातृशक्ति का ऋण उतार सकूं। इस कानून से भविष्य में विधानसभा और लोकसभा में महिलाओं को 33 फीसदी आरक्षण पक्का हो जाएगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि नारी सशक्तिकरण के लिए देश में जो प्रयास हुए हैं उसमें वडोदरा ने मील का पत्थर गिना जा सकता है। वडोदरा वह जगह है जहां गायकवाड सरकार के समय बेटियों को पढ़ाई अनिवार्य और नि:शुल्क थी। इसमें जो भी मां-बाप यदि अपनी बेटी को नहीं पढ़ाते थे तो उन्हें दंडित किया जाता था। देश और दुनिया में आज गुजरात के विकास मॉडल की चर्चा होती है। गुजरात के विकास मॉडल की सबसे बड़ी ताकत माता-बहन है। गुजरात की सफलता का नया आयाम पार करवाने का काम गुजरात वुमन लेड डेवलपमेंट की आधारशिला के कारण है।
मोदी ने कहा कि 20 वर्ष पहले महिलाओं की साक्षरता की दर बहुत नीचे थी। बड़ी संख्या में बेटियों का दाखिला तो होता था, लेकिन वे बीच में ही स्कूल छोड़ देती थीं। बहुत कम माताओं की अस्पताल में प्रसूति होती थी। गुजरात में पुरुष-महिला अनुपात भी चिंताजनक था। भाजपा ने महिलाओं को केंद्र में रखकर विकास की नीति बनाई और समर्पण भाव से काम किया और आज उसका काम गुजरात के कोने-कोने में देखा जा सकता है। गुजरात में महिला नेतृत्व वाले विकास की सफलता आज विकसित भारत के सपने को साकार कर रही है।
आज देश में 9 करोड़ बहनें सखी मंडलों से जुड़ी हैं। आज सखी मंडल यह जानकारी दे रहे हैं कि कृषि में ड्रोन का उपयोग कैसे किया जा सकता है। सखी मंडल की बहनें ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती दे रही हैं। कोरोना में पिछले 3 साल से 80 करोड़ लोगों को मुफ्त अनाज दिया और गरीबों के घर का चूल्हा जलाया। भारत की महिलाएं आज आत्मविश्वासी, ऊर्जावान और सशक्त हैं। नारी शक्ति वंदन कानून को पारित कराने में नारी की शक्ति काम आई , अन्यथा यह विपक्ष इसे तीन दशकों तक रोकने के लिए हर तरह के बहाने बनाता।
उन्होंने का कि विपक्ष ने नारी शक्ति को बांटने की बड़ी साजिश रची है, ये इंडिया नहीं घमंडिया गठबंधन है। विपक्ष धर्म या जाति के आधार पर महिलाओं की शक्ति को तोड़ने की कोशिश करता है। यदि विपक्ष महिलाओं के विकास के प्रति संवेदनशील होता तो यह विधेयक वर्षों तक लटका नहीं रहता। प्रधानमंत्री ने कहा कि विपक्ष ने महिला शक्ति बिल का दिल से समर्थन नहीं किया, माताएं-बहनें ऐसे लोगों से सावधान रहें। 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी की जयंती मनाने से पहले देशव्यापी स्वच्छता अभियान चलाने और त्योहारों के दौरान लोकल फॉर वोकल पर देश में बने उत्पाद खरीदने पर जोर देने में पीछे नहीं हटना चाहिए।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आजादी के स्वर्णिम युग में देश की महिलाओं को सशक्त बनाने का बीड़ा उठाया है। महिला आरक्षण कानून देश की तकदीर बदलने में अहम भूमिका निभाएगा, यह सभी को विश्वास है। भाजपा देश के लोकतंत्र में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। देश में हर क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी बढ़ रही है।
कार्यक्रम में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल ने स्वागत भाषण देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वर्षों से प्रताड़ित पीड़ित बहनों को न्याय एवं अधिकार दिलाने का बीड़ा उठाया है। प्रधानमंत्री ने लोकसभा और विधानसभा में 33 प्रतिशत आरक्षण के साथ महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए कई योजनाएं बनाई हैं, उनका भी सम्मान किया जाना चाहिए। कार्यक्रम में महिला सांसद, विधायक, मेयर पिंकी बेन सोनी समेत संगठन के पदाधिकारी आदि बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।