साणंद: जिला के विद्यालयों में सामने आया आरओ प्लांट से जुड़ा बड़ा घोटाला
By Loktej
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घोटाले की जानकारी सामने आने के बाद डीडीओ ने दिया जांच के आदेश
साणंद तालुका के 42 स्कूलों में 2.50 लाख रुपये के आरओ प्लांट के बजाय स्कूलों में बैरल भेजकर आपूर्तिकर्ता द्वारा 1 करोड़ रुपये के कथित घोटाले की जानकारी सामने आने के बाद डीडीओ ने मामले की जांच के आदेश दिए। हालांकि यह बात सामने आई है कि घोटाले की जानकारी रेली जिला पंचायत तक पहुंचने से पहले रातों-रात स्कूलों में आरओ प्लांट लगाकर घोटाले पर पर्दा डालने की कोशिश की जा रही है।
जानकारी के अनुसार 27 अप्रैल, 2021 को सानंद तालुका पंचायत की कार्यकारी बैठक ने तालुका के स्कूलों में वाटर प्यूरीफायर और आरओ प्लांट के कार्यों को मंजूरी दी और आरओ प्लांट और वाटर प्यूरीफायर की लागत 1,75,000 रुपये से 2,50,000 रुपये तक को मंजूरी दी। स्कूलों में आरओ प्लांट और वाटर प्यूरीफायर लगाने का बिल भी तालुका पंचायत में श्रीराम मंडली के नाम पर रखकर उसके सामने पैसे लिया गये है।
यह पता चला कि तालुका के 42 स्कूलों में आरओ प्लांट के बजाय प्लास्टिक ड्रम का इस्तेमाल किया गया था और सामने आया कि स्कूलों के प्रिंसिपलों को स्कूल में ऐसा कोई आरओ प्लांट नहीं मिला इसकी लिखित जानकारी सामने आई। घोटाले के बाद, डीडीओ ने जांच के आदेश दिए और सानंद टीपीईओ ने दो शिक्षा निरीक्षकों को जांच सौंपी। हालांकि जाँच से बचने और घोटाले के सामने आने से पहले स्कूलों में रातोंरात प्लांट फिट कर दिया गया है। सूत्रों के अनुसार इस घोटाले में श्रीराम मंडल का बिल रखने वाले कांट्रेक्टर, मार्ग और मकान विभाग और अन्य अधिकारीयों के इसमें शामिल होने की जानकारी सामने आई है।