बेहद शर्मनाक और पूरी तरह से निराशाजनक: मांडविया ने रोहित पर टिप्पणी की आलोचना की

बेहद शर्मनाक और पूरी तरह से निराशाजनक: मांडविया ने रोहित पर टिप्पणी की आलोचना की

नई दिल्ली, 03 मार्च (वेब वार्ता)। खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने भारतीय कप्तान रोहित शर्मा की कप्तानी और फिटनेस के स्तर पर सवाल उठाने के लिए कांग्रेस प्रवक्ता शमा मोहम्मद पर निशाना साधाते हुए इसे ‘बेहद शर्मनाक’ और ‘पूरी तरह से दयनीय’ करार दिया। शमा ने रविवार को न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत के चैंपियंस ट्रॉफी मैच के दौरान रोहित के 17 गेंदों पर 15 रन बनाकर आउट होने के बाद रोहित की फिटनेस पर कप्तानी पर सवाल उठाया था।

मांडविया ने एक्स पर लिखा, ‘‘कांग्रेस और टीएमसी को खिलाड़ियों को अकेला छोड़ देना चाहिए क्योंकि वे अपने पेशेवर जिंदगी को संभालने में पूरी तरह सक्षम हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इन पार्टियों के नेताओं द्वारा खिलाड़ी के शरीर को लेकर की गयी टिप्पणी और टीम में जगह को लेकर उठाये गये सवाल न केवल बेहद शर्मनाक है बल्कि पूरी तरह से दयनीय भी है।’’

खेल मंत्री ने कहा, ‘‘इस तरह की टिप्पणियां हमारे खिलाड़ियों की कड़ी मेहनत और त्याग को कमतर आंकती हैं जो वैश्विक मंच पर देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए करते हैं।’’ शमा ने ‘एक्स’ पर अपनी पोस्ट से सोशल मीडिया में बवाल खड़ा कर दिया।

कांग्रेस ने स्वीकार किया कि उन्होंने मर्यादा का उल्लंघन किया है और पार्टी ने उनसे पोस्ट डिलीट करने के लिये भी कहा। शमा ने अब डिलीट कर दिये गये अपनी पोस्ट में कहा था कि शर्मा ‘‘एक खिलाड़ी होने के लिहाज से मोटे हैं।’’ उन्होंने यह भी कहा था, ‘‘उन्हें वजन कम करने की जरूरत है! … और निश्चित रूप से भारत का अब तक का सबसे अप्रभावी कप्तान।’’

भारत चैंपियंस ट्रॉफी के सेमीफाइनल में पहुंच चुका है और मंगलवार को दुबई में ऑस्ट्रेलिया से सेमीफाइनल खेलेगा। उसने रविवार को न्यूजीलैंड को 44 रनों से हराकर अपने ग्रुप में शीर्ष स्थान हासिल किया। 

इस बीच भारत के पूर्व तेज गेंदबाज वेंकटेश प्रसाद ने भी शमा की आलोचना की। प्रसाद ने एक्स पर लिखा, ‘‘रोहित ने कप्तान के तौर पर बहुत गरिमा बनाए रखी है। उन्होंने आठ महीने पहले हमें टी20 विश्व कप में जीत दिलाई थी। आईसीसी टूर्नामेंट के बीच में उन्हें बॉडी शेमिंग (शरीर पर नकारात्मक टिप्पणी करना बिल्कुल दयनीय और अनुचित है।’’ प्रसाद ने कहा, ‘‘इतने सालों तक अपने कौशल और नेतृत्व के माध्यम से इनती उपलब्धि हासिल करने वाले व्यक्ति के लिए कुछ सम्मान होना चाहिए।’’